डॉ. आंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक

भीमराव जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रमभीमराव जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम

आम्बेडकर ने सामाजिक कुप्रथाओं का अंत किया

सीतापुर,13 अप्रैल (हि.स.)। संविधान निर्माता बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर की जयन्ती की पूर्व संध्या पर शनिवार को आनन्दी देवी सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कालेज में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में विद्यालय के प्रधानाचार्य राम निवास सिंह ने बाबा साहब के चित्र पर पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

विद्यालय के आचार्य सुधीर प्रताप सिंह ने डाॅ अम्बेडकर को सामाजिक समरसता का मसीहा बताते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डाॅ0 आम्बेडकर ने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी न केवल उच्च शिक्षा प्राप्त की अपितु उन्होंने समाज में फैली छुआछूत जैसी सामाजिक कुप्रथा को भी समाज से समाप्त करने का कार्य किया। सामाजिक समरसता पर ध्यान दिया,उन्होंने कहा कि डॉ आंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक हैं,इस देश को बनाने में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी अम्बेडकर जी के व्यक्तित्व पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन विनीत कुमार शुक्ल ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश शर्मा/बृजनंदन

   

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