रायगढ़ लोकसभा में उम्मीदवार मेनका सिंह का विरोध, उम्मीदवार बदलने की मांग

रायगढ़, 13 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उम्मीदवार लोकसभा राजनंदगांव, देवेंद्र यादव उम्मीदवार लोकसभा बिलासपुर और शिव डहरिया लोकसभा उम्मीदवार जांजगीर के खिलाफ बाहरी होने का स्थानीय कांग्रेसियों के द्वारा विरोध के बाद अब रायगढ़ में भी लोकसभा उम्मीदवार को बदलने की मांग की गई है।

रायगढ़ लोकसभा में जहां कांग्रेसी नेताओं ने अपने ही कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. मेनका सिंह के ऊपर आदिवासी नहीं होने का बड़ा आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखा गया है जो कि शनिवार को सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें उम्मीदवार बदलने की मांग की है। मेनका सिंह को जब से उम्मीदवार बनाया गया है तब से लगातार कार्यकर्ताओं में मायूसी देखने को मिल रही थी, वहीं कुछ कांग्रेसी नेताओं के द्वारा विरोध किया जा रहा है।

पत्र में लिखा गया है कि लोकसभा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट है, जहां से कांग्रेस पार्टी ने डॉ. मेनका देवी मिश्रा पति परिवेश मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है जो कि आदिवासी समाज के लिए बहुत अपमानजनक है। क्योंकि इस क्षेत्र में विशुद्ध आदिवासी वर्ग के कहीं दावेदारों ने अपना आवेदन प्रस्तुत कर चुनाव लड़ने के लिए टिकट का मांग किया था, लेकिन सभी को नजर अंदाज कर एक गैर आदिवासी समाज में शादी किए हुए महिला को उम्मीदवार बनाकर आदिवासी समाज के संवैधानिक अधिकार का हनन किया है। आदिवासी समाज इसका विरोध करता है। सभी दावेदार एवं आदिवासी समाज की मांग है कि किसी आदिवासी को टिकट देकर रायगढ़ की घोषित फर्जी आदिवासी उम्मीदवार को बदल जाए अन्यथा हम सभी आदिवासी समाज घोर विरोध करेंगे।

आदिवासी समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए रायगढ़ लोकसभा उम्मीदवार को तत्काल बदल कर अन्य दावेदारों का चयन करें। पत्र में जो हस्ताक्षर किया गया है, जिसमें सुरेंद्र सिदार काग्रेसी ग्रामीण नेता एवं जिला पंचायत तमनार, श्रवण सिदार पूर्व विधानसभा प्रभारी रायगढ़ और भुवनेश्वर सिदार महासचिव गोड समाज शामिल हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ रघुवीर प्रधान

   

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