बांदा की बेटी शहजादी की आखिरी पुकार: पिता, मुझे माफ करना, मैं बेकसूर हूं!

पिता ने बेटी से हुई भावुक बातचीत को किया साझा

बांदा, 15 फ़रवरी (हि.स.)। पिता, मुझे माफ करना, मैं बेकसूर हूं, लेकिन मुझे फांसी दी जा रही है। कोर्ट-कचहरी के चक्कर मत लगाना, जो भी केस दर्ज कराए हैं, वापस ले लेना। यह दिल को दहला देने वाली बात संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी की जेल में बांदा की रहने वाली शहजादी ने अपने पिता से फोन पर बातचीत में कही। बेटी शहजादी की दर्दनाक पुकार सुनकर पूरा परिवार सदमे में है। पिता की आंखें आंसुओं से भरी हैं, परिजन दहशत में हैं। गांव में भी मातम पसरा है।

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के मटौंध क्षेत्र के अंतगर्त गोयरा मुगली गांव की बेटी शहजादी को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अबू धाबी जेल में बंद हैं। उसे एक बच्चे की हत्या के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई है। परिजनों के अनुसार शनिवार की शाम या रविवार तक उसे फांसी दी जा सकती है।

शुक्रवार की देर रात जेल से आखिरी बार पिता शब्बीर से फोन पर बात करते हुए शहजादी फूट-फूटकर रोई। उसने कहा कि मैं बेकसूर हूं, लेकिन मुझे फांसी दी जा रही है।कोर्ट-कचहरी के चक्कर मत लगाना, जो भी केस दर्ज कराए हैं, वापस ले लेना। पिता ने बेटी से हुई भावुक बातचीत को मीडिया से साझा किया, जिसमें शहजादी की सिसकियां और पिता के बेबस आंसू गवाही दे रहे हैं। शहजादी आखिरी वक्त में भी न्याय के लिए पुकार रही है।

शहजादी को बच्चे की की हत्या के आरोप में पूर्व में 21 सितंबर 2024 को फांसी दिए जाने की संभावना जताई गई थी, लेकिन राजनीतिक दलों, समाजसेवियों और अधिवक्ताओं के प्रयासों से उसकी सजा पर पुनर्विचार की उम्मीद जगी थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी मामले को संज्ञान में लेते हुए मंडलायुक्त और डीएम से रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह

   

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