गुरुग्राम: बरसात में भरा पानी, आंधी से टूटे पेड़, निगम की टीमों ने दिखाई सक्रियता
- Admin Admin
- Jun 17, 2025

-निगमायुक्त प्रदीप दहिया के निर्देश पर टीमों ने फील्ड में मौजूद रहकर सुचारू बनाई व्यवस्था
गुरुग्राम, 17 जून (हि.स.)। शहर में मंगलवार दोपहर बाद हुई बरसात से कई स्थानों पर पानी भर गया। बरसात से पहले आई तेज आंधी में कई स्थानों पर पेड़ भी टूट गए। नगर निगम की टीमों ने पानी की निकासी व टूटे पेड़ों को उठाने के लिए सक्रियता दिखाई। बरसात से पहले तेज आंधी आई। आंधी में धूल-मिट्टी उडऩे के साथ ही पेड़ों को भी काफी नुकसान हुआ। शहर में अनेक स्थानों पर पेड़ टूट गए। कई स्थानों पर आवागमन भी बाधित हो गया। हालांकि नगर निगम की ओर से बागवानी शाखा की टीमों को मौके पर भेजकर पेड़ों को हटवाया गया और रास्ता साफ किया गया। शीतला माता रोड, बहरामपुर रोड, सेक्टर-52, आरडी सिटी, इंदिरा कॉलोनी, सेक्टर-10, मदनपुरी रोड सहित अन्य क्षेत्रों में जलभराव हुआ। निगम की टीमों ने मौके पर मौजूद रहकर पंप व अन्य संसाधनों के माध्यम से जलनिकासी को सुचारू किया। शहर के कटारिया मार्केट, विपुल वल्र्ड, सुशांत लोक-1, आरडी सिटी गेट-3, सेंट जेवियर स्कूल के पास, उप्पल साउथएंड, सेक्टर-46, कैमरा म्यूजियम क्षेत्र सेक्टर-27 जैसे इलाकों में ड्रेनों की सफाई और पंपिंग कार्य पहले से ही किए गए थे, जिससे जलनिकासी बेहतर तरीके से हो सकी। नगर निगम की ओर से यह दावा किया गया है।
मंगलवार को शहर में बारिश के बाद जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए निगमायुक्त प्रदीप दहिया के निर्देशों के बाद निगम की टीमों द्वारा शहरभर में जलनिकासी कार्य को तेजी से शुरू किया गया। व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने की जिम्मेदारी निभाई। बरसात शुरू होते ही निगमायुक्त ने अधिकारियों को पर्याप्त मैनपावर, पंप व अन्य मशीनरी के साथ फील्ड में डटे रहने के आदेश दिए। उन्होंने स्वयं व्यवस्था की निगरानी की और जलभराव प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत कार्य सुनिश्चित करवाए। निगमायुक्त ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि बरसात के दौरान नागरिकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। जलनिकासी की व्यवस्था को पूरी तरह सक्रिय किया गया है। जरूरत पडऩे पर अतिरिक्त उपाय भी किए जाएंगे। बरसात के दौरान कार्यकारी अभियंता, सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता समेत सभी अधिकारी और कर्मचारी फील्ड में सक्रिय रहे। संयुक्त आयुक्त डॉ. नरेश कुमार, विशाल कुमार, डॉ. जयवीर यादव और सुमित कुमार ने अपने-अपने जोन में सतत निगरानी रखी।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर