कम छात्रों वाले परीक्षा केंद्रों को 30 अप्रैल तक जमा करवाना होगा शुल्क
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- Apr 21, 2025

धर्मशाला, 21 अप्रैल (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के तहत सत्र 2024-25 में कम छात्रों वाले परीक्षा केंद्रों को 30 अप्रैल तक शुल्क बोर्ड कार्यालय में जमा करवाना होगा। इसके बाद एक मई से 15 मई तक प्रति क्लास एक हज़ार रुपए विलंब शुल्क वसूला जाएगा। इस संदर्भ में प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने राज्य के सभी कम संख्या परीक्षार्थियों वाले परीक्षा केंद्रों को सूचित कर 30 अप्रैल तक 300 रुपए शुल्क जमा करवाने को कहा गया है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की ओर से प्रति वर्ष प्रदेश भर में बोर्ड की फाईनल परीक्षाओं के लिए केंद्र बनाए जाते हैं। इसमें ए कैटगिरी के तहत जमा एक व जमा दो कॉलेज सेंटर, बी कैटगिरी में जमा एक व जमा दो स्कूल परीक्षा केंद्र व सी कैटगिरी में दसवीं कक्षा के लिए परीक्षा केंद्र बनाए जाते हैं। जिसमें लिखित परीक्षा के लिए प्रति परीक्षा केंद्र में 60 छात्र अनिवार्य होने चाहिए, जबकि जनजातीय क्षेत्र में 50 छात्रों की शर्त रखी गई है। साथ ही परीक्षा केंद्र की सी कैटेगिरी में कम से कम 40 छात्र व जनजातीय क्षेत्र में 30 छात्र होने अनिवार्य होते हैं। इसमें बोर्ड की ओर से छात्रों की संख्या कम होने पर प्रति छात्र 300 रुपए परीक्षा केंद्र से वसूल किए जाते हैं। अब नियम में किए गए संशोधन के तहत परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थी कम होने की सूरत में एक से 30 अप्रैल तक 300 रुपए शुल्क बिना लेट फीस के देना होगा। जबकि इसके बाद एक से 15 मई तक निर्धारित फीस के साथ प्रति क्लास एक हज़ार रुपए लेट फीस, 16 से 31 मई तक निर्धारित शुल्क के साथ दो हज़ार रुपए बिलंब शुल्क प्रति क्लास जबकि 31 मई के बाद परीक्षा केंद्र को निर्धारित शुल्क के अलावा पांच हजार रुपए विलंब शुल्क प्रति क्लास जमा करवाना अनिवार्य किया गया है। उक्त शुल्क को संबंधित परीक्षा केंद्र के स्कूल की ओर से स्कूल आईडी के माध्यम से स्कूल शिक्षा बोर्ड में जमा करवाना होगा।
उधर, प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड सचिव डा. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि परीक्षा केंद्र बनाने के संदर्भ में अध्यक्ष शिक्षा बोर्ड की ओर से संशोधन किए गए हैं। बोर्ड सचिव ने बताया कि निर्धारित समय 30 अप्रैल तक परीक्षा केंद्रों की ओर से शुल्क न जमा करवाए जाने पर विलंब शुल्क के साथ ऑनलाईन जमा करवाना होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया