नवीन तकनीक और खोज कार्य करने वाले विद्यार्थियों को वित्तीय पोषण देगा कुमाऊं विश्वविद्यालय
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- Feb 19, 2025
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नैनीताल, 19 फ़रवरी (हि.स.)। कुमाऊं विश्वविद्यालय के भीमताल स्थित जैव प्रौद्योगिकी विभाग में बुधवार को कुमाऊं विश्वविद्यालय के बौद्धिक संपदा अधिकार सेल के ने उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से बौद्धिक संपदा अधिकार विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिवान रावत ने बौद्धिक संपदा अधिकार पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को शोध और आविष्कारों को पेटेंट कराने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह घोषणा भी की कि नवीन तकनीक और खोज की दिशा में कार्य करने वाले विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय वित्तीय पोषण देगा।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी निदेशक प्रो. संतोष कुमार ने बौद्धिक संपदा संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। कार्यशाला के विशिष्ट अतिथि और विषय विशेषज्ञ, भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय के सह नियंत्रक डॉ. राजू तिवारी ने पेटेंट प्रणाली के सरलीकरण की जानकारी दी और शोधकर्ताओं को बौद्धिक संपदा अधिकार के क्षेत्र में नवाचार करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला की संयोजक प्रो. वीना पांडे ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों को बौद्धिक संपदा अधिकारों की मूलभूत जानकारी प्रदान करना था। कार्यशाला में भीमताल परिसर निदेशक प्रो. एलके सिंह, विभागाध्यक्ष प्रबंध अध्ययन प्रो. अमित जोशी, विभागाध्यक्ष फार्मेसी प्रो. अनीता सिंह, डीन एक्सटर्नल अफेयर्स प्रो. अर्चना नेगी साह, विभागाध्यक्ष जैव प्रौद्योगिकी प्रो. तपन नैनवाल, डॉ. रिशेंद्र कुमार, डॉ. संतोष उपाध्याय, मंजू तिवारी, डॉ. लक्ष्मण सिंह रौतेला, हीरा किरौला, प्रेम बिष्ट, आनंद सिंह सहित शिक्षक, कर्मचारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी