कश्मीर से कन्याकुमारी तक एकाकार भारत बनेगा दुनिया का सबसे ताकतवर देश : प्रमोद बोडो
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- Feb 18, 2025
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महाकुम्भ में पहली बार बोडोलैंड के सदस्यों ने लगाई संगम में डुबकी
महाकुम्भ नगर, 18 फरवरी (हि.स.)। गुवाहाटी से हेलीकॉप्टर से तीर्थराज प्रयाग आए बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीआर) के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) प्रमोद बोडो अपने 11 सदस्यीय टीम के साथ मंगलवार को दुनिया के सबसे बड़े महाकुम्भ के साक्षी बने। उन्होंने त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगाकर जगकल्याण की कामना की। उन्होंने गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ के शिविर में आदि शंकराचार्य के चरण पादुका की पूजा-अर्चना की और शंकराचार्य से आशीर्वाद प्राप्त किया।
उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन सीधे दिल से जुड़ा है, इसलिए यह दिमाग तक जाता है। यह भविष्य में और बढ़ता जाएगा। महाकुम्भ को देखे या जाने बिना, कोई उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता। उन्होंने यह बातें हिन्दुस्थान समाचार प्रतिनिधि से एक विशेष वार्ता के दौरान कही।
असम के बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीआर) के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) प्रमोद बोडो ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि दुनिया के सबसे बड़े समागम को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्य और नव्य महाकुम्भ की संकल्पना को साकार कर दिखाया है, जिसे लेकर उत्तर भारत से दक्षिण भारत तक के लोगों का उत्साह चरम पर है। इतने बड़े महाकुम्भ में वसुधैव कुटुम्बकम् की झलक देखकर वे अभिभूत थे और यह कहने से खुद को रोक नहीं पाए कि ये महाकुम्भ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत-2047 के विजन का साकार स्वरूप है।
प्रमोद बोडो ने कहा कि वे पहली बार महाकुम्भ आए हैं। बहुत सालों से इच्छा थी महाकुम्भ आने की। यहां की व्यवस्था बहुत अच्छी है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगीजी को बहुत-बहुत धन्यवाद है और बधाई है। भारत का ये सबसे बड़ा कुम्भ ऐतिहासिक है। अभी तक मैं इतना विशाल महाकुम्भ कभी नहीं देखा था। तीर्थराज प्रयाग पवित्र स्थान है। उन्हाेंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब आने वाले समय में हिन्दू एकता से कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एकाकार होगा तब भारत दुनिया का सबसे ताकतवर देश कहलाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए हम सब मिल-जुलकर काम करेंगे।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में असम में एक समझौता हुआ था। उसके बाद बोडोलैंड में जितने भी हथियार लेने वाले लोग थे। वे मुख्यधारा में आ गए हैं। वहां सरकार बनने के बाद सात साल में बोडोलैंड की तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है। अर्थव्यवस्था भी सुधर रही है। शांति व्यवस्था भी कायम है। भाईचारे को बढ़ावा मिला है। शिक्षा भी बहुत अच्छी हो गई है। अग्निवीर से लेकर तमाम सरकारी भर्तियां हो रही है। एग्रीकल्चर में प्रोडक्शन बढ़ रही है। पहले लोग मन लगाकर काम नहीं कर पाते थे। खून-खराबा वाली स्थिति थी, जो अब नहीं है। अब माहौल बिल्कुल शांत है। इकोनामी डेवलपमेंट भी बहुत अच्छे से हो रहा है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि असम के काफी जिले में घुसपैठ की स्थिति है। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार मिलकर विचार कर रही है। पूर्वोत्तर में कहीं-कहीं है, लेकिन असम में बहुत ज्यादा है।
मां कामाख्या के दर्शन के लिए असम आने का न्यौता दे गए बोडो
संगम में डुबकी लगाने के बाद बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के मुखिया प्रमोद बोडो शंकराचार्य शिविर हर्षवर्धन मार्ग सेक्टर 18 महाकुम्भ नगर प्रयागराज में गोवर्धनपीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ से मिलकर आशीर्वाद लिया। साथ ही उन्होंने महाकुम्भ में आए श्रद्धालुओं को मां कामाख्या के दर्शन के लिए असम आने का न्यौता भी दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश