नगर निगम चोर है, के नारों से गूंजा निगम परिसर
मेयर ने ज्ञापन लेकर दिया जांच करवाने का भरोसा
हिसार, 7 अगस्त (हि.स.)। भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करते हुए शहर की जवाब
दो-हिसाब दो संस्था ने
नगर निगम कार्यालय में ढोल बजाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मेयर प्रवीण पोपली
के सामने नगर निगम चोर है के नारे लगाए गए। मेयर उनको अनदेेखा करके जाने लगे तो लोगों
ने रास्ते में ही उनको रोक लिया।
मेयर से लोगों ने गुरुवार काे प्रदर्शन करते हुए कहा निगम में हाउस टैक्स ब्रांच और बिल्डिंग ब्रांच में बहुत
भ्रष्टाचार है। हम प्रूफ के साथ एफिडेविट देने को तैयार हैं आप कार्रवाई करने की हिम्मत
दिखाओ। इस पर मेयर ने कहा कि मैं आप लोगों का ही ज्ञापन लेने आया हूं। आप लोगों ने
मुझे चुना है। इसके बाद एक-एक कर शिकायतकर्ताओं ने अपनी बात सामने रखी। पीड़ितों ने
बताया कि हाउस टैक्स ब्रांच में अनिल मेहता एक रिटायर्ड कर्मचारी को बैठाया हुआ है
जो कई साल पहले रिटायर्ड हो चुका है मगर उसे अब हाउस टैक्स ब्रांच में बतौर एक्सपर्ट
बैठाया हुआ है।
सामाजिक कार्यकर्ता राजीव सरदाना ने कहा कि अनिल मेहता का एक ही काम है कि
कोई एनडीसी लेने आता है तो वह आपकी प्रॉपर्टी टीपी स्कीम में है। एक केस मेरा हो चुका
है और एक केस मेरे जानकार का सामने आया। ऐसे कई मामले है जिनकी जांच होनी चाहिए और
अनिल मेहता को यहां से हटाना चाहिए। नगर निगम में लोग बोले यहां मनीराम की चलती है।
कोई सुनवाई नहीं हो रही।
मेयर सामने सुनाए भ्रष्टाचार के मामले
प्रदर्शनकारियों में शामिल संस्था के राजीव सरदाना ने कहा कि उन्हें हाउस टैक्स
में एनडीसी लेनी थी। मैंने कृष्णा नगर एक्सटेंशन में मकान लिया था। मुझे अनिल मेहता
ने कहा कि आपकी प्रॉपर्टी तो टीपी स्कीम में है। एनडीसी नहीं मिल सकती। आपको पहले साढ़े
तीन लाख रुपए भरने होंगे। राजीव सरदाना ने कहा कि जब आरटीआई निकलवाई की कौन सा एरिया
टीपी स्कीम में है तब पता चला कि कृष्णा नगर टीपी स्कीम में है मगर कृष्णा नगर एक्सटेंशन
नहीं। ऐसा मामला बड़वाली ढाणी का सामने आया था जिसको टीपी स्कीम में दिखाकर चक्कर कटवाए
जा रहे थे। अनिल मेहता ने उसे पैसे के लिए घर तक बुला लिया।
इसी तरह कमल कांत पचौरी ने कहा कि हाउस टैक्स में तैनात एक्सपर्ट अनिल मेहता
ने 30 हजार रुपए मांगे हैं। हाउस टैक्स के लिए डेढ़ साल से चक्कर कटवाया जा रहा है।
इन्होंने याशी कंपनी हायर की थी उसने मेरी प्रॉपर्टी किसी और के नाम पर चढ़ा दी थी।
वह बोला कि लीगल डॉक्यूमेंट लेकर डेढ़ साल से घूम रहा हूं। ऑनलाइन ऑब्जेक्शन लगाता हूं
तो उसको निरस्त कर देते हैं। हाउस टैक्स में अनिल मेहता ने चैलेज कर दिया है मैं तेरे
कागज ठीक नहीं होने दूंगा चाहे जितना मर्जी जोर लगा ले।
एक शिकायतकर्ता रवि कुमार ने कहा कि वह हाउस टैक्स ब्रांच में एक महीने से
लगातार चक्कर काट रहा है। हाउस टैक्स को ठीक करवाना था। मुझे अपनी प्रॉपर्टी कॉमर्शियल
में बदलवानी है। मैंने 27 जून को ऑनलाइन एप्लीकेशन लगाई थी। निगम के बाद नियमानुसार
15 दिन का टाइम होता है फाइल अप्रूव्ड करने का मगर तीन बार मेरी फाइल ऑनलाइन रिजेक्ट
कर चुके हैं। आज तक मैं चक्कर काट रहा हूं मगर समाधान नहीं हो सका है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर



