ऑनलाइन सट्टेबाज गिरोह का पर्दाफाशः सात बदमाश आए पुलिस गिरफ्त में

जयपुर, 22 फ़रवरी (हि.स.)। जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रैडी पैनल की आईडी बनाकर ऑनलाइन गेमिंग के जरिए सट्टा खिलाकर पैसे ठगने वाले सात बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाशों के पास से 40 मोबाइल, 4 लैपटॉप, 3 टैबलेट, 64 बैंक पास बुक, 4 बैंक चेक बुक, 42 एटीएम, 4 सिम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपित रैडी पैनल की आईडी बनाकर ऑनलाइन गेमिंग के जरिए सट्टा खिलाकर पैसे ठग रहे थे। बदमाशों के पास से पांच करोड़ रुपये का हिसाब मिला है। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व तेजस्विनी गौतम ने बताया कि जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रैडी पैनल की आईडी बनाकर ऑनलाइन गेमिंग के जरिए सट्टा खिलाकर पैसे ठगने वाले शातिर ठग सुनील पंजाबी (38) निवासी गोधरा जिला पंचमाहल गुजरात, विनय जेठानी (32) निवासी सुहागपुर जिला सहडोल (मध्य प्रदेश), मिहिर भोजवानी (21) निवासी गोधरा जिला पंचमहाल गुजरात , जोगेन्द्र सिंह (30) निवासी पंनधाना जिला खण्डवा मध्यप्रदेश , सुशील गवडे (24) निवासी नांदेड ग्रामीण जिला नांदेड महाराष्ट्र, भरत कुमार (26) निवासी गोधरा जिला पंचमहाल गुजराज और रोहित सिंह (28) निवासी कंबाना जिला खंडवा मध्यप्रदेश को गिरफ्तार किया है और सभी आरोपित जवाहर सर्किल इलाके में रहते है। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपित रेडीबुक-ब्लू डोमेन पर रैडी पैनल बनाकर वॉट्सऐप ग्रुप का क्लोन बनाते है। वॉट्सऐप ग्रुप का एक्सेस किसी अन्य व्यक्ति के पास रहता है। जो इसको दूर बैठकर ऑपरेट करता है। ये लोग बिजनेस वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से लोगों को गेम की जानकारी और फायदा बताते हैं। ऑनलाइन गेम खेलने तथा पैसा जीतने का लालच देकर साइट पर जोड़ते हैं। वॉट्सएप पर ऑनलाइन गेम खेलने का मैसेज मिलने पर लैपटॉप में ग्राहक की आईडी बना देते है। ऑनलाइन गेम खेलने वाले ग्राहक द्वारा पैसा भेजने का वॉट्सऐप पर मैसेज प्राप्त होने पर ग्राहक की आईडी ग्रुप पर अपडेट कर देते हैं। ग्राहक से प्राप्त पैसे के अनुसार ऑनलाइन गेम खेलने वाले को कोइन डाल देते है। ऑनलाइन गेंमिग साइट पर गेम खेलने वाले ग्राहक द्वारा जीत जाने पर पैसा निकलवाने के लिए वॉट्सऐप पर मैसेज प्राप्त होने पर विड्रॉल मैसेज के अनुसार गेम जीतने वाले को बैंक खातों से रुपए ट्रांसफर कर दिये जाते हैं। इसी प्रकार ऑनलाइन गेम खेलने वाले ग्राहक के हार जाने पर प्राप्त राशि बैंक खातों में रह जाती है। ऑनलाइन गेमिंग के लिए प्राप्त होने वाले पैसे तथा भेजे जाने वाले पैसे का रिकॉर्ड रजिस्टरों में भी लिखते हैं। आरोपिताें द्वारा बैंक खातों में प्राप्त पैसे को अलग अलग खातों ट्रांसफर कर लिया जाता है। इसे एटीएम या ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए निकाल लेते हैं। ऑनलाइन गेम में रुपये जीतने का लालच देकर ऑनलाइन गेम खेलने के लिए आईडी पर जोड कर गेम खेलने वाले के ज्यादा पैसा जीत जाने पर उसकी आईडी को ब्लॉक कर देते हैं। इससे जीतने वाले को पैसा नहीं भेजने पड़ते हैं। जीतने वाले की आईडी. ब्लॉक कर देने पर जीतने वाले को दिए जाने वाली राशि आरोपित के पास ही रह जाती है।

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शहीद कॉलोनी रेलवे लाइन के पास मालवीय नगर में कुछ लोग क्रिकेट व अन्य गेम पर ऑनलाइन सट्टा चला रहे हैं। सूचना की तस्दीक के लिए पुलिस टीम को मौके पर भेजा और पुलिस आरोपिताें को गिरफ्तार किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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