पानीपत: 2014 के बाद से सरकारी स्कूलों का वार्षिक परिणाम 95 प्रतिशत तक पहुंचा: महिपाल ढांडा

पानीपत, 21 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने शुक्रवार को राजकीय मॉडल सांस्कृतिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल राजा खेड़ी,कुटानी में कोचिंग क्लासेज का शुभारंभ किया। साथ ही अत्याधुनिक लैंग्वेज लैब और लाइब्रेरी का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने स्कूल प्रांगण में पौधारोपण भी किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम में मंत्री ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया।

विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हर छात्र अपने भीतर की प्रतिभा को पहचानकर ऐसा उदाहरण बनाएं, जिससे अन्य विद्यार्थी भी प्रेरित हों। उन्होंने कहा कि आज का विद्यार्थी कल का नहीं, आज का ही नागरिक है। ईमानदारी से काम करें। प्रतिस्पर्धा नहीं, सहयोग जीवन का आधार बने। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रतिभा किसी भी क्षेत्र में हो सकती है उसे निखारने का संकल्प लें। उन्होंने विद्यार्थियों को आईआईटी, आईआईएम और अन्य राष्ट्रीय संस्थानों की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा की सरकार सरकारी स्कूलों को इस दिशा में पूरा बजट और आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध करा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 103 बुनियाद सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहाँ विद्यार्थियों को निपुणता और हुनर के आधार पर नई दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार हर भाषा में दक्षता विकसित करने पर जोर दे रही है और अगले महीने से जर्मन के साथ एम ओ यू भी किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि 2014 के बाद से सरकारी स्कूलों का वार्षिक परिणाम 95 प्रतिशत तक पहुंचा है। शिक्षा क्षेत्र की यह बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की योग्यता और समर्पण ने विद्यार्थियों की प्रतिभाओं को नई ऊँचाइयाँ दी हैं। मंत्री ढांडा ने सुपर 30 जैसे मॉडल को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने का वातावरण बनाया जा रहा है।

जिला शिक्षा अधिकारी राकेश बूरा ने जानकारी दी कि स्कूल में सुपर 40 बैच की शुरुआत की गई है, जिसका लाभ प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को अवश्य मिलेगा। उन्होंने शिक्षित पानीपत, विकसित पानीपत का नारा देते हुए बताया कि गत दो वर्षों में शिक्षारथ अभियान के माध्यम से 10 हजार बच्चों को सरकारी स्कूलों से जोड़ा गया है। स्कूल प्राचार्य सुमित्रा सांगवान ने बताया कि उनके प्रयासों से स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या 750 से बढक़र 1600 तक पहुँच चुकी है। विद्यालय खेल-कूद सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान स्कूल प्रबंधन ने पाँच विधवाओं और एक बेसहारा महिला को दवाइयों की किट वितरित कर सामाजिक सरोकार का उदाहरण भी प्रस्तुत किया।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा

   

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