मदन मोहन मालवीय में 98 लाख की लागत से रोबोटिक्स एवं ऑटोलब्स की होगी स्थापना
- Admin Admin
- Jun 17, 2025

गोरखपुर, 17 जून (हि.स.)। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में रु. 98 लाख की लागत से रोबोटिक्स एवं ऑटोमेशन लैब बनाई जाएगी। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राबेश कुमार सिंह ने लैब की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है। प्रस्ताव को विद्या परिषद् और वित्त समिति की स्वीकृति भी मिल गई है। अब लैब की स्थापना के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। इतना ही नहीं, इस सत्र से एम एम एम यू टी रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में माइनर डिग्री भी देने जा रहा है।
डाॅ राबेश सिंह ने बताया कि रोबोटिक्स और ऑटोमेशन तकनीक ने विनिर्माण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। कारखानों में स्वचालित मशीनें तेजी से और सटीकता के साथ कार्य करती हैं, जिससे लागत कम होती है और गुणवत्ता बढ़ती है। रोबोटिक्स और ऑटोमेशन ने मानव श्रम को जोखिम भरे कार्यों जैसे खनन या रासायनिक संयंत्रों में काम से भी मुक्त किया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में रोबोटिक सर्जरी और ऑटोमेटेड डायग्नोस्टिक्स ने उपचार की सटीकता और पहुंच में सुधार किया है। इसके अलावा, ये प्रौद्योगिकियाँ रोजगार के नए अवसर पैदा करती हैं, जैसे रोबोट डिज़ाइन और रख रखाव।
एम एम एम यू टी में लम्बे समय से परम्परागत पाठ्यक्रमों के साथ साथ नई प्रौद्योगिकी पर फोकस पाठ्यक्रमों की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए न केवल रोबोटिक्स और ऑटोमेशन की लैब स्थापित की जा रही है, बल्कि इस वर्ष से बी टेक की विभिन्न शाखाओं के लिए रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन में माइनर डिग्री पाठ्यक्रम भी शुरू किया जा रहा है। माइनर डिग्री पाठ्यक्रम कुल 20 क्रेडिट का होगा। बी टेक की किसी भी शाखा का द्वितीय वर्ष का विद्यार्थी यह माइनर डिग्री पाठ्यक्रम ले सकता है। माइनर डिग्री में विद्यार्थी को रोबोटिक्स एवं ऑटोमेशन से सम्बंधित 4-4 क्रेडिट के कुल पांच पेपर पढ़ने होंगे। ये पांच पेपर होंगे इंट्रोडक्शन टू रोबोटिक्स, इंट्रोडक्कशन टू एंबेडेड सिस्टम्स एंड माइक्रोकंट्रोलर प्रोग्रामिंग, सेंसर एंड एक्चुएटर्स, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन, और मैकेनिक्स ऑफ रोबोटिक्स। ये पांच पेपर उत्तीर्ण कर लेने पर विद्यार्थी को रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में माइनर डिग्री प्रदान की जाएगी। माइनर डिग्री से न विद्यार्थियों का कौशल बढ़ेगा बल्कि प्लेसमेंट में भी सुधार होगा।
इस लैब में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने हेतु विभिन्न उन्नत उपकरण जैसे कि रोबोट आर्टिकुलेटेड विद वेल्डिंग एप्लीकेशन, रोबोट कोलैबोरेटिव विद विजन सेंसर एंड ग्रिपर, एडवांस पी एल सी ट्रेनर किट, एडवांस इलेक्ट्रोन्युमेटिक ट्रेनर किट, एडवांस इलेक्ट्रो हाइड्रॉलिक ट्रेनर किट, वर्कस्टेशन आदि उपलब्ध होंगे। यह प्रयोगशाला विश्वविद्यालय के लिए राजस्व भी अर्जित करेगी। प्रयोगशाला के माध्यम से न केवल एम एम एम यू टी के विद्यार्थियों को बल्कि बाहर के विद्यार्थियों को भी अल्पकालीन प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। इसके साथ ही प्रयोगशाला को उन्नत अनुसंधान केंद्र के रूप में भी विकसित करने के योजना है। कुलपति प्रो जे पी सैनी ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुसंधान और विकास के लिए कटिबद्ध है और उच्च गुणवत्ता के शोध के लिए कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उच्च गुणवत्ता के शोध से विद्यार्थियों को, संस्थान को, समाज को, और राष्ट्र को सभी को लाभ मिलेगा। रोबोटिक्स एवं ऑटोमेशन लैब स्थापित होने से उद्योगों को प्रशिक्षित कार्यबल मिलेगा और उच्च स्तरीय शोध भी हो सकेगा जिससे विद्यार्थियों, विभाग, एवं विश्वविद्यालय सभी को अकादमिक लाभ होगा और वित्तीय संसाधन भी बढ़ेंगे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय