रोहतक: एनएचएम डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन के साथ की एक घंटे की हड़ताल
- Admin Admin
- Aug 04, 2025
सरकार ने डॉक्टरों को अपने मोबाइल में जियो एप डाउनलोड करने का दिया है आदेश
रोहतक, 4 अगस्त (हि.स.)। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में लोकेशन आधारित जिओ फेंसिंग अटेंडेंस का बड़े स्तर पर विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को रोहतक समेत पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस नए सिस्टम के विरोध में प्रदर्शन किया और संबंधित सिविल सर्जन को मांगों के ज्ञापन सौंपे।
डॉक्टर का कहना है कि यह है लोकेशन आधारित जिओ फेंसिंग अटेंडेंस सिस्टम स्वास्थ्य विभाग में जो लोकेशन आधारित जिओ फेंसिंग अटेंडेंस सिस्टम लागू किया गया है, उसमें कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने निजी मोबाइल फोन में ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके लिए लोकेशन ऑन रखनी होगी। जैसे ही कोई कर्मचारी या अधिकारी अपने तैनाती के चिकित्सा संस्थान से 500 मीटर दूर होता है, तो उसे गैर हाजिर मान लिया जाएगा। लोकेशन आधारित जिओ फेंसिंग अटेंडेंस सिस्टम से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दिक्कत यह है कि इससे उनकी लोकेशन सार्वजनिक रहेगी। लोकेशन ऑन होने के कारण उनका कोई भी दुश्मन उनकी लोकेशन लेकर उन्हें हानि पहुंचा सकता है।
डॉक्टरों का कहना है कि पर्सनल मोबाइल फोन में लोकेशन आधारित यह ऐप डाउनलोड करने से कर्मचारी और अधिकारी साइबर फ्रॉड का शिकार भी हो सकते हैं। इसके अलावा अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी से किसी को दुश्मनी है, तो वह उनकी लोकेशन लेकर आसानी से उन्हें कोई नुकसान पहुंचा सकता है। इस तरह का ऐप डाउनलोड करवाना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारी की प्राइवेसी के अधिकार का भी उल्लंघन है। डॉ धर्मवीर बताते हैं कि जब दूसरे किसी विभाग में यह सिस्टम लागू नहीं है, तो केवल हेल्थ विभाग में इसे क्यों लागू किया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल



