जींद : कसूहन गांव बनेगा जल प्रबंधन मॉडल:देवेंद्र चतरभुज अत्री

जींद, 10 जुलाई (हि.स.)। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आधुनिक कमांड एरिया विकास कार्यक्रम (एमसीएडी) योजना को लेकर महत्वपूर्ण जनसंवाद और जागरूकता बैठक का आयोजन गुरूवार को किया गया। बैठक में सिंचाई विभाग (एमआईसीएडीए) के कार्यकारी अभियंता एक्सईएन डा. धर्मपाल मुवाल ने किसानों के साथ इस अग्रणी परियोजना की विस्तृत रूपरेखा सांझा की और इसे लागू करने के लिए उनकी सहमति प्राप्त की। भाजपा विधायक देवेंद्र चतरभुज अत्री भी मुख्य रूप से पहुंचे।

विधायक ने कहा कि कसूहन गांव एमसीएडी योजना के तहत हरियाणा का पहला एकीकृज जल प्रबंधन मॉडल बनेगा। कसूहन गांव को एक ऐसे पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है जो पूरे प्रदेश के लिए एक मिसाल बनेगा। यह प्रोजेक्ट एकीकृत जल प्रबंधन के सिद्धांत पर आधारित है। जिसका लक्ष्य पानी के हर स्रोत का सही उपयोग कर किसानों को 24 घंटे सुनिश्चित सिंचाई उपलब्ध कराना है। सभी की सहमति मिलने के बाद इस विस्तृत प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। कसूहन सहित आसपास के जो गांव है उनकी करीब 2482 एकड़ जमीन को इसका लाभ मिलेगा।

प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी विशेषता दोहरा जल स्रोत

डा. धर्मपाल मुवाल ने प्रोजेक्ट की तकनीकी जानकारी देते हुए बताया कि कसूहन गांव में सिंचाई के लिए एक दोहरी और विश्वसनीय जल प्रणाली स्थापित की जाएगी। सिंचाई के लिए नहरी पानी के साथ-साथ, पानी की उपलब्धता को और सुदृढ़ करने के लिए उचाना एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) से मिलने वाले शोधित जल को भी इस प्रणाली में जोड़ा जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया एसटीपी का पानी वैज्ञानिक रूप से शोधित, खेती के लिए पूरी तरह सुरक्षित और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। दोनों स्रोतों के पानी को मिला कर हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कसूहन के किसानों को साल भर सिंचाई के लिए पानी की कोई कमी न हो।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा

   

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