पटना, 12 दिसंबर (हि.स.)। बिहार में शीतलहर जैसी परिस्थितियाँ धीरे-धीरे प्रभाव दिखाने लगी हैं। प्रदेश में ठंड में बढ़ोत्तरी के साथ सुबह के समय फैलने वाले कोहरे ने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। कई जिलों में शुक्रवार की सुबह हल्के कोहरे की परत देखने को मिली, जिसके कारण लोगों को आवागमन में दिक़्क़तें पेश आईं। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में दृश्यता में कमी होने से कामकाज की शुरुआत देर से हो रही है, वहीं शहरी इलाकों में भी सड़क यातायात पर इसका असर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में आगामी 2 से 3 दिनों तक सुबह के समय मौसम ऐसा ही बने रहने की संभावना है। विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्के से मध्यम कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है। हालांकि घने कोहरे की व्यापक आशंका फिलहाल नहीं जताई गई है, फिर भी उत्तर बिहार के कुछ ज़िलों में दृश्यता और तापमान दोनों में गिरावट दर्ज हो सकती है। कोहरा मुख्य रूप से सुबह के पहर में अधिक प्रभावी रहेगा, जबकि दिन चढ़ने के बाद स्थिति सामान्य हो जाने की संभावना है।
मौसम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस अवधि में बिहार का मौसम शुष्क रहेगा। यानी वर्षा की कोई संभावना नहीं है, जिससे न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। सुबह और रात के समय ठंड में तीखापन बढ़ने की संभावना है, जबकि दिन में हल्की धूप लोगों को राहत दे सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ ठंड के इस बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। सुबह और रात में गर्म कपड़ों का उपयोग, बुज़ुर्गों और बच्चों को ठंडी हवा से बचाव, और शरीर को गर्म रखने वाली चीज़ों के सेवन की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है। ठंड और कोहरा मिलने से सर्दी-जुकाम, खांसी और श्वसन संबंधी दिक़्क़तें बढ़ सकती हैं, इसलिए सतर्कता जरूरी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुरभित दत्त



