किसान महासभा ने उठाया सवालः अतिक्रमण के नाम पर क्यों लग रहे हैं लाल निशान
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- Jul 20, 2025

हल्द्वानी, 20 जुलाई (हि.स.)। अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला कमेटी की एक बैठक गांव में संपन्न हुई, बैठक में आगे के आंदोलन की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया और तय किया गया कि पंचायत चुनाव के बाद आंदोलन तेज किया जाएगा।
अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में बागजाला गांव की जनता की पेयजल, सड़क, विकास कार्यों और निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटाने, जल जीवन मिशन योजना को शुरू करने, मालिकाना अधिकार देने, पंचायत प्रतिनिधि चुनने के अधिकार को बहाल करने जैसी मूलभूत नागरिक सुविधाओं की मांग को लेकर पिछले वर्ष नवंबर माह से संघर्षरत है लेकिन राज्य की भाजपा सरकार कानों में तेल डालकर सोई हुई है इसलिए अनिश्चितकालीन आंदोलन का विकल्प ही जनता के सामने बचा है।
माले जिला सचिव ने कहा कि, इस राज्य के मुख्यमंत्री पहाड़ से लेकर मैदान तक गरीब जनता को जमीनों से बेदखल करने का काम कर रहे हैं । तमाम जगहों पर बुलडोजर चलाने का काम भाजपा की धामी सरकार कर रही है, साथ ही लोगों में एकता न हो पाए इसके लिए जनता को धार्मिक विभाजन की आग में झौंका जा रहा है, यह राज्य को विनाश की तरफ ले जाने वाला रास्ता है इसको रोकने के लिए व्यापक जन एकता की जरूरत है, इसके लिए पूरी शिद्दत से प्रयास किया जाएगा।
गरीब हटाओ - बुलडोजर चलाओ नीति का पुरजोर विरोध होगा। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि राज्य में पंचायत चुनाव की समाप्ति के बाद अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता किसान महासभा बागजाला की अध्यक्ष उर्मिला रैस्वाल और संचालन सचिव वेद प्रकाश ने किया। बैठक में मुख्य रूप से डा कैलाश पाण्डेय, प्रेम सिंह नयाल, पंकज चैहान, दीवान सिंह बर्गली, हनीफ, चन्दन सिंह मटियाली, कुंवर राम आदि समेत बड़ी संख्या में बागजाला गांव के ग्रामीण शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता