फरीदकोट में फिर गर्माया चंदभान कांड:एसएसपी दफ्तर के बाहर बेमियादी धरना, प्रताड़ना करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग

पंजाब में फरीदकोट जिले के गांव चंदभान में फरवरी माह के दौरान पानी निकासी के मामले को दो पक्षों के बीच टकराव का मामला सामने आया था, जिसमें पहले पुलिस ने मजदूर वर्ग से संबंधित गुट पर कार्रवाई की थी और बाद में मजदूर संगठनों के दबाव में दूसरे गुट पर भी केस दर्ज किया गया, लेकिन अभी तक दूसरे गुट को गिरफ्तार नहीं किया गया। इस मामले में संघर्ष के लिए गठित चंदभान जबर विरोधी एक्शन कमेटी ने सोमवार को फरीदकोट में मिनी सचिवालय स्थित एसएसपी कार्यालय के सामने दिन-रात धरना शुरू कर दिया। एक्शन कमेटी का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के चलते जिला पुलिस द्वारा स्वीकार जा चुकी मांगों को लागू करने से आनाकानी की जा रही है। पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई इस मौके पर एक्शन कमेटी के सदस्यों ने कहा कि घटना वाले दिन 5 फरवरी को गांव के धनाढ़्य लोगों ने दलित मजदूरों के घरों में जबरदस्ती घुस कर घरेलू सामान की तोड़फोड़ की गई और घरों का कीमती सामान तक लूट लिया। ऐसे आरोपियों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। घटना के कुछ दिन बाद पुलिस ने एक्शन कमेटी के साथ हुए समझौते के तहत गिरफ्तार किए गए 41 मजदूरों को रिहा कर दिया था, लेकिन उनके खिलाफ दर्ज मामला रद्द करने का वादा अभी तक पूरा नहीं किया गया है। मजदूर परिवारों पर जुल्म मामले में गांव के धनाढ़्य गमदूर सिंह पप्पू और उसके परिवारिक सदस्यों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया, जबकि उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज है। अभी तक टकराव के मूल कारण पानी निकासी के विवाद को भी हल नहीं किया गया बल्कि धरने को विफल बनाने की कोशिश की गई। एसपी डी ने दिया कार्रवाई दिया आश्वासन इस दौरान एसपी (डी) संदीप वढेरा ने आश्वासन दिया कि 13 मई को डीआईजी के साथ बैठक कर मांगों का समाधान कर दिया जाएगा। प्रदर्शन को एक्शन कमेटी के संयोजक मंगा सिंह वैरोके समेत अन्य सदस्यों व किसान नेता राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला ने संबोधित करते हुए घोषणा की कि जब तक मजदूरों को न्याय नहीं मिल जाता, संघर्ष जारी रहेगा। विरोध प्रदर्शन में कोटकपूरा से विस्थापित प्रवासी श्मजदूरों के पुनर्वास की भी मांग की गई।

   

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