जींद, 17 दिसंबर (हि.स.)। अखिल भारतीय राज्य सरकारी पैंशनर्स फैडरेशन के आह्वान पर रिटायर्ड कर्मचारी संघ द्वारा बुधवार को जिला उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया और धरना दिया गया। धरने की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह ने की। मंच का संचालन छज्जू राम नैन और राजकुमार श्योकंद ने संयुक्त रूप से किया। धरने को जींद रेलवे पैंशनर्स एसोसिएशन व हरियाणा रिटायर्ड कर्मचारी, अधिकारी एसोसिएशन सहित अन्य कई युनियनों ने भी समर्थन रहा। धरने पर सामुहिक फैसला लिया गया कि यदि सरकार ने मांगे नहीं मानी तो भविष्य में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
धरने को संबोधित करते हुए अध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा कि आठवें वेतन आयोग में पारित वित्त विधेयक 2025 को वापस लिया जाए और सरकारी कर्मचारियों के समान सारी सुविधाएं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उपलब्ध करवाई जाएं। इस मौके पर अन्य मांगों में वैलिडेशन एक्ट वापिस लेने, कोरोना काल के दौरान रोका गया 18 माह के मंहगाई भत्ते का एरियर ब्याज सहित भुगतान करने, मेडिकल भत्ता तीन हजार रुपये प्रति माह किए जाने, 65 वर्ष की आयु में 10 प्रतिशत व 75 की आयु के बाद 20 प्रतिशत की मूल पैंशन में वृद्धि किए जाने, मजदूर विरोधी सभी चार श्रम संहिताओं को समाप्त किए जाने, निजीकरण पर रोक लगाने और पुरानी पैंशन बहाल किए जाने की मांगें उठाई गई।
धरने को रेलवे पैंशनर्स एसोसिएशन की ओर से बलबीर राम भारद्वाज, किताब सिंह भनवाला, अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से मास्टर बलबीर सिंह, सकसं की ओर से सुरेश राठी व सन्नी पटवारी ने संबोधित किया। धरने के बाद सभी पैंशनर्ज लघु सचिवालय पहुंचे और तहसीलदार को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा



