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यरुशलम, 20 जनवरी (हि.स.)। गाजा में बंधकों की रिहाई की शर्त पर हुए संघर्ष विराम समझाते के बाद इजराइल की सेना पीछे हटने लगी है। इससे लोग खुश हैं। इस बीच कई जगह आतंकी समूह हमास के बंदूकधारी नकाबपोश लड़ाके लड़ाके सड़कों पर आ गए।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, इजराइली अधिकारियों ने कहा कि उनकी सेना ने गाजा के कुछ हिस्सों से पीछे हटना शुरू कर दिया है। इसका फायदा उठाकर हमास ने फिर से नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश की। कई शहरों में नकाबपोश बंदूकधारी सड़कों पर उतर आए। इजराइली सेना ने कहा कि कई इजरायली बंधकों को कल गाजा में कैद से रिहा कर दिया गया और वे अपने परिवारों से मिल गए।
अधिकारियों के अनुसार, इजराइल और हमास के बीच 42 दिनों का संघर्ष विराम समझौता प्रभावी हो गया। रिहा किए गए पहले बंधकों में तीन महिलाएं रोमी गोनेन, एमिली दामरी और डोरोन स्टीनब्रेचर शामिल हैं। इनके बाद इजराइल 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इस समझौते से इजराइली बंदियों और फिलिस्तीनी कैदियों के परिवारों को राहत मिली है और 15 महीने के विनाशकारी युद्ध की समाप्ति की उम्मीद जगी है।
कुछ अधिकारियों का कहना है कि संघर्ष विराम के पहले चरण में हमास 33 बंधकों की रिहाई में देरी कर सकता है। लगभग 100 लोग अभी भी उसकी कैद में हैं। इजराइली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि 33 बंधकों में अधिकांश अभी भी जीवित हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद