निजीकरण के खिलाफ शिमला में गरजे बिजली बोर्ड के कर्मचारी

शिमला, 31 दिसंबर (हि.स.)। चंडीगढ़ बिजली विभाग को निजी कंपनी को सौंपने के विरोध में चंडीगढ़ बिजली विभाग के कर्मचारी आर-पार की लड़ाई लड़ रही है और इसका हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड के एम्प्लाइज एंड इंजीनियर जॉइंट फ्रंट ने समर्थन किया है। इस कड़ी में जॉइंट फ्रंट ने मंगलवार को एनसीसीआईईई के आवाहन पर एक घण्टा काम का बहिष्कार किया। बिजली बोर्ड के कर्मियों ने कहा कि चंडीगढ़ बिजली विभाग के निजी हाथों में जाने से पड़ोसी राज्यों पर भी इसका असर पड़ेगा और हिमाचल प्रदेश का औद्योगिक क्षेत्र कॉरपोरेट के निशाने पर रहेगा।

प्रदेश बिजली बोर्ड एम्प्लाइज एंड इंजीनियर जॉइंट फ्रंट के सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने कहा कि आज समूचे देश के बिजली कर्मचारी बड़े कठिन दौर से गुजर रहे हैं ऐसी परिस्थितियों में जॉइंट फ्रन्ट ऑफ़ एचपीएसइबी एम्प्लाइज एवं इंजीनियर राष्ट्रीय स्तर पर एनसीसीआईईई के साथ खड़ा है और हिमाचल के बिजली कर्मचारियों व अभियंता भी बिजली क्षेत्र के निजीकरण के खिलाफ आज एक घंटे हड़ताल पर हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश में भी सरकार बिजली बोर्ड को खत्म कर इसे तीन हिस्सों में बांटने की रणनीति बना रहा है जिसका ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं पर पड़ेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि बिजली बोर्ड में ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली न होने पर कर्मचारियों में खासा रोष है और इसको लेकर जॉइंट फ्रंट विंटर सीजन के बाद बड़ा आंदोलन करेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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