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शिमला, 26 दिसंबर (हि.स.)। युवा संगम चरण पांच कार्यक्रम में भाग ले रहे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर और तेलंगाना राज्य के विद्यार्थियों ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट की। युवा संगम का यह कार्यक्रम ‘‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’’ योजना के तहत आयोजित किया गया है। संवाद के इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने राज्यपाल के साथ अपने अनुभव भी साझा किए।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सांस्कृतिक जुड़ाव और समझ को बढ़ावा देने में सहायक हैं, जिससे युवाओं में एकता की भावना और सुदृढ़ होती है। उन्होंने कहा कि भारत के ज्ञान परम्परा की स्वीकार्यता विश्व व्यापक है। उन्होंने कहा कि भारत की खोल करने आए विदेशी यात्रियों ने वापस जाकर जब यहां के वेद ग्रंथों का अध्ययन किया तो यहां की ज्ञान परम्परा से प्रभावित हुए। उन्होंने दुनिया को संदेश दिया कि अगर कुछ सीखना है तो वेदों से सीखें और समझना है तो भारत को समझें।
उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी संस्कृति पर गर्व करने और उसे अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है और विकसित राष्ट्र भी हमारे नेतृत्व को सम्मान देते हैं। जो भारत की ताकत को दर्शाता है।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतप्रकाश बंसल ने भी अपने विचार व्यक्त किए और हिमाचल की समृद्ध सांस्कृति धरोहर से अवगत करवाया। इससे पूर्व, युवा संगम चरण पांच कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. परम सिंह ने राज्यपाल का स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा