साइबर अपराध करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश,तीन गिरफ्तार
- Admin Admin
- Dec 30, 2024
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विभिन्न राज्यों की लगभग 4.5 करोड़ रुपये के साइबर अपराध की विभिन्न घटनाओं का खुलासा
गाजियाबाद, 30 दिसंबर (हि.स.)। साइबर क्राइम पुलिस ने सोमवार को साइबर अपराध करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर विभिन्न राज्यों की लगभग 4.5 करोड़ रुपये के साइबर अपराध की विभिन्न घटनाओं का खुलासा किया है । इसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 09 मोबाइल फोन, 01 चेकबुक, 01 पासबुक, 02 एटीएम कार्ड बरामद हुए।
एडीसीपी सच्चिदानन्द ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में अमित राय निवासी ग्राम बेलतला बाजार, थाना नवदीप, जिला नदिया, पश्चिमी बंगाल, विवेक कुमार उर्फ जतिन गुप्ता निवासी मोहल्ला नौमी, बढ़ापुर, थाना बढ़ापुर, जिला बिजनौर व राहुल निवासी सोनिया विहार, थाना हैं।
उन्होंने बताया कि इनके द्वारा खुलवाये गये बैंक खातों के आधार पर गुजरात के राजकोट निवासी रिद्धिष शाह के साथ 3.66 करोड़, अहमदाबाद निवासी जिगनेश भाई के साथ 44 लाख, आनन्द निवासी किशोर भाई जादव के साथ 39 हजार का फ्राड, राजस्थान के भीलवाड़ा निवासी श्री विजय सिंह के साथ 03 लाख, पंजाब के गुरदासपुर निवासी अनिल के साथ 75 हजार, तेलंगाना के करीमनगर निवासी अभिनव रेड्डी के साथ 35सौ रुपये के साइबर अपराध की घटना का खुलासा हुआ है। इस गिरोह द्वारा बैंक के चेक ड्रॉप बॉक्स से चेक धोखाधड़ी से प्राप्त कर कूटरचना कर फ्रॉड करने की विभिन्न शहरों की 31 घटनाओं का भी खुलासा हुआ है । चेकों की डिटेल के आधार पर सम्बन्धित बैंकों से घटना की जानकारी की जा रही है ।
पुलिस पूछताछ में आरोपी अमित रॉय ने बताया कि उसके गिरोह में उत्तम दा, विवेक कुमार, अनुज कुमार, मुकेश चौहान उर्फ प्रधान, अतुल, विक्की यादव और राहुल सक्रिय सदस्य हैं । गिरोह के लोग जरूरतमंद लोगों के बैंक खाते खुलवाकर साइबर अपराध में प्रयोग करते हैं । इसके अलावा इस गैंग के सदस्य बैंक के चेक ड्रॉप बॉक्स से लोगों के चेक धोखाधड़ी से प्राप्त कर, उन चेकों में बैनीफिशयरी के नाम को केमिकल से हटाकर उसकी जगह इनके पास मौजूद म्यूल बैंक खातों की डिटेल भरकर इन चेकों को कैश करा लिया करते हैं । बैंकों में जाकर चेक ड्रॉप बॉक्स में गलत चेक डल जाने की बात कहकर बैंक कर्मी से चेक ड्रॉप बॉक्स खुलवाकर ये लोग चेक प्राप्त कर लिया करते थे और इन्ही चेकों में नाम बदलकर पैसे निकाल लेते थे । अमित रॉय और उत्तम दा इन कूटरचित चेकों को जिन बैंक खातों में जमा किया जाता था, उन खातों से पैसे निकालने का काम करते थे । विवेक कुमार ने बताया कि वो अपने साथी अनुज, मुकेश चौहान उर्फ प्रधान, अतुल, विक्की यादव के साथ कोलकाता, लखनऊ, मुम्बई, बड़ौदा, नागपुर, भोपाल, विजयवाड़ा, चेन्नई, हैदराबाद सहित देश के विभिन्न शहरों के बैंकों के चेक ड्रॉप बॉक्स से चेकों को प्राप्त करने तथा नाम बदलने का काम करते थे । इस गैंग के द्वारा खुलवाये गये बैंक खातों का प्रयोग विभिन्न साइबर अपराधों में किया गया है ।
अमित रॉय के पास से लाखों की कीमत के सैमसंग, तथा आइफोन के लेटेस्ट मॉडल मिले हैं, जो कि इसने साइबर अपराध से अर्जित कर खरीदा था । गैंग के शेष सदस्य उत्तम दा निवासी साल्टलेक, कोलकाता, पश्चिम बंगाल, अनुज कुमार निवासी बिजनौर और अतुल निवासी बिजनौर, मुकेश चौहान उर्फ प्रधान निवासी देहरादून, विक्की यादव निवासी दिल्ली की तलाश की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली