गुरेज में नियंत्रण रेखा के पास लगी जंगल की बड़ी आग पर काबू पाया गया

श्रीनगर, 3 दिसंबर (हि.स.)। 28 नवंबर की रात को गुरेज में नियंत्रण रेखा के पास लगी जंगल की बड़ी आग पर काबू पा लिया गया है।

बांदीपोरा के जिला फ़ॉरेस्ट ऑफ़िसर वसीम फ़ारूक़ ने कहा कि आग जो ज़मीन पर लगे पेड़-पौधों में फैल गई थी, कई एजेंसियों के मिलकर रात भर चले ऑपरेशन के बाद काबू में आ गई। आग की जानकारी मिलते ही जम्मू-कश्मीर वन विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुँच गईं।वसीम ने कहा कि अभियान के लिए भारतीय सेना, फ़ॉरेस्ट प्रोटेक्शन फ़ोर्स, जिला डिज़ास्टर मैनेजमेंट यूनिट और गुरेज में स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों की मदद की ज़रूरत थी। उन्होंने कहा कि कल शाम तक हमने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया था। आज सुबह हमारी टीमें यह पक्का करने के लिए पोछा लगा रही हैं कि कोई जलता हुआ हिस्सा न बचा हो।

उन्होंने कहा कि रेंज ऑफिसर नुकसान का अंदाज़ा लगा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में ये आग आमतौर पर ज़मीन के लेवल पर झाड़ियों में लगती है। ये शायद ही कभी खड़े पेड़ों को नुकसान पहुंचाती हैं लेकिन ज़मीन के लेवल पर पेड़-पौधों पर असर डाल सकती हैं। वसीम ने कहा कि गुरेज जैसे टेम्परेट इलाकों में जंगल में आग लगने की कई वजहें चरने वाले जानवरों की छोड़ी गई आग की लपटों से होती हैं,जो कड़ाके की ठंड में खुद को गर्म रखने के लिए छोटी आग जलाते हैं।

उन्होंने कहा कि अभी भी सूखे मौसम की वजह से ज़िला कमज़ोर बना हुआ है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि फील्ड स्टाफ़ अच्छे से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सूखे मौसम को देखते हुए हमारी फ्रंटलाइन टीमें हर स्तर पर बहुत अच्छा काम कर रही हैं। अधिकारियों ने लोगों और चरने वालों से जंगल के इलाकों में आग न जलाने और किसी भी शक वाले धुएं या आग की घटना की तुरंत रिपोर्ट करने की अपील की है।

हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता