बागपत, 4 दिसंबर (हि.स.)। बागपत जिला PACS पैक्स कम्प्यूटरीकरण का तीसरा चरण लागू करने को तैयार है ,। डिजिटल पैक्स से ग्रामीण सेवाएं एक प्लेटफार्म पर हो जाएंगी। बागपत की समितियां ERP आधारित राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर से जुड़ जाएंगी। जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं निगरानी समिति की गुरुवार को बैठक की है। बैठक में पैक्स कम्प्यूटरीकरण परियोजना की तैयारियों की गहन समीक्षा की गई। उन्होंने निर्देश दिए है कि जनवरी से शुरू होने वाले तीसरे चरण में बागपत को 41 पैक्स समितियों को हर हाल में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाना है। सरकार पैक्स कम्प्यूटरीकरण पर 2925.39 करोड़ रुपये खर्च कर रही है, जिसके तहत देशभर की सभी कार्यात्मक पैक्स को ERP आधारित राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर, साझा लेखा प्रणाली (CAS) और MIS से जोड़ा जा रहा है। इससे PACS में ऋण वितरण से लेकर खाद-बीज बिक्री, खरीद-बिक्री, भंडारण, सदस्यता प्रबंधन और पीडीएस जैसी सभी सेवाएं एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी।
बागपत जिला तीसरे चरण में शामिल है और जिले की 41 समितियों को जनवरी से पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर, हार्डवेयर, इंटरनेट कनेक्टिविटी, सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन और डेटा माइग्रेशन के लिहाज से पूरी तरह तैयार करना होगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि पैक्स सचिवों का प्रशिक्षण दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक हर हाल में पूरा हो जाए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परियोजना का लक्ष्य पैक्स को ग्रामीण सेवा केंद्र के रूप में स्थापित करना है। केंद्र सरकार पैक्स को पीएम किसान समृद्धि केंद्र, CSC, प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र, उर्वरक-बीज वितरण, पीडीएस, LPG/डीजल डीलरशिप जैसी सुविधाओं का बहुउद्देशीय केंद्र बनाने की दिशा में काम कर रही है। बैठक में सहकारिता विभाग, नाबार्ड, बैंक प्रबंधक और जिला सूचना विज्ञान केंद्र के अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन त्यागी



