कश्मीर में इस वर्ष 468 अग्निकांड, पिछले साल से मामलों में कमी

जम्मू,, 10 दिसंबर (हि.स.)। जनवरी से नवंबर 2025 तक कश्मीर में 468 अग्निकांड दर्ज किए गए हैं। फायर एंड इमर्जेन्सी सर्विसेज़ विभाग के आंकड़ों के अनुसार यह संख्या साल 2024 में दर्ज 720 घटनाओं की तुलना में काफी कम है।

विभाग के सहायक निदेशक डॉ. अकीब हुसैन मीर ने बताया कि सर्दियों की शुरुआत के साथ ही आग की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जाती है। बीते वर्ष मासिक औसत लगभग 60 घटनाएँ थी, जबकि इस वर्ष यह करीब 42 रही। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में हीटर, एलपीजी और अन्य हीटिंग उपकरणों के कारण जोखिम अधिक होता है इसलिए मानक (स्टैंडर्ड) उपकरणों का उपयोग और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन अत्यंत आवश्यक है।

डॉ. मीर ने बताया कि छोटी-सी चिंगारी भी बड़े हादसे में बदल सकती है इसलिए घरों में अग्निशामक यंत्र उपलब्ध होने चाहिए। उन्होंने नेशनल बिल्डिंग कोड की तीन महत्वपूर्ण बातों — फायर प्रिवेंशन, लाइफ सेफ़्टी और फायर प्रोटेक्शन का पालन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अधिकतर नुकसान समय पर नियंत्रण न हो पाने या शुरुआती सुरक्षा उपायों की अनदेखी से होता है।

सूखे मौसम के कारण जंगलों में भी आग की घटनाएँ बढ़ी हैं। उन्होंने नागरिकों को अपील की कि वे हीटिंग उपकरणों की समय-समय पर जांच करें, मानक उत्पाद ही खरीदें, एलपीजी के उपयोग में सावधानी बरतें, सोने से पहले बिजली के उपकरण बंद करें और आग लगने पर तुरंत 101 पर संपर्क करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी गुप्ता