देहरादून, 29 नवंबर (हि.स.)। उत्तराखंड पलायन आयोग ने अपनी नई रिपोर्ट में बताया है कि अगस्त 2025 तक प्रदेश में 6282 लोगों ने रिवर्स पलायन किया है। इनमें सबसे अधिक पलटी पौड़ी (1213), अल्मोड़ा (976), टिहरी (827) और चमोली (760) में दर्ज की गई है। कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प, पर्यटन और होमस्टे जैसे क्षेत्रों में लोग गांव लौटकर नई आजीविका खड़ी कर रहे हैं। विकास खंडों में टिहरी का थोलधार ब्लॉक सबसे आगे रहा, जहां 300 लोगों ने वापस गांवों में बसेरा डाला। वहीं 169 लोग विदेशों से भी लौटे, जिनमें से सबसे ज्यादा 66 लोग टिहरी पहुंचे।
आयोग का कहना है कि ये आंकड़े राज्य में सकारात्मक बदलाव की ओर संकेत करते हैं।
पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. शरद सिंह नेगी ने बताया कि लौटकर आए लोग अब नए मॉडल के साथ काम कर रहे हैं और स्थानीय स्तर पर रोजगार भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयोग इन रिवर्स पलायन करने वाले लोगों के अनुभवों को एकजुट कर उनकी कार्यशैली को सरकारी योजनाओं से जोड़ेगा, ताकि अन्य गांवों में भी आजीविका के नए विकल्प तैयार हो सकें और पलायन झेल रहे क्षेत्रों में लोग वापस लौटने के लिए प्रेरित हों।
हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल



