आआपा एक विज़नहीन पार्टी बनकर रह गई है : महापौर

नई दिल्ली, 26 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) के नगर निगम के बजट को लेकर लगाए गए सभी आरोपों को पूरी तरह निराधार बताते हुए सिरे से ख़ारिज किया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी एक ऐसी पार्टी है जिसके पास सत्ता में रहते हुए भी कोई स्पष्ट विज़न नहीं था और अब विपक्ष में रहते हुए भी उसका अभाव साफ़ दिखाई देता है।

महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि जब आआपा दिल्ली नगर निगम की सत्ता में थी, उस दौरान न तो नागरिकों के हित में कोई ठोस पहल की गई और न ही दिल्ली के समग्र विकास के लिए कोई दूरदर्शी योजना सामने लाई गई। परिणामस्वरूप, शहर की बुनियादी सेवाओं और नागरिक सुविधाओं पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया जा सका।

महापौर ने स्पष्ट किया कि दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति बजट के प्रत्येक बिंदु पर गहन विचार-विमर्श करेगी। उन्होंने कहा कि समिति का उद्देश्य नागरिकों की प्राथमिक आवश्यकताओं को केंद्र में रखते हुए एक सकारात्मक, संतुलित और विकास को गति देने वाला बजट प्रस्तुत करना है, जिससे शहर की बुनियादी ढांचे, स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा और नागरिक सुविधाओं में वास्तविक सुधार हो सके।

महापौर ने कहा कि आम आदमी पार्टी एक विज़नहीन पार्टी बनकर रह गई है। पार्टी के मुखिया का दिल्ली से बाहर पंजाब में रहना इस बात का संकेत है कि उनका ध्यान दिल्ली के नागरिकों की समस्याओं और ज़रूरतों से भटका हुआ है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आआपा केवल आरोप लगाने की राजनीति में विश्वास रखती है, जबकि नागरिकों के कल्याण और दिल्ली के विकास से उसका कोई वास्तविक सरोकार नहीं है।

महापौर ने कहा कि आम आदमी पार्टी को नगर निगम के बजट पर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि उसके शासनकाल में निगम को अव्यवस्था, वित्तीय अराजकता और प्रशासनिक विफलताओं की ओर धकेला गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान नगर निगम प्रशासन पिछली सरकार की छोड़ी गई अव्यवस्थाओं को सुधारने में जुटा हुआ है और हर रुपये का उपयोग पूरी पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो पार्टी अपने कार्यकाल में निगम को खोखला कर गई, वही आज झूठे आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।

राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी का एकमात्र एजेंडा भ्रम फैलाना और राजनीतिक बयानबाज़ी करना रह गया है। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी वास्तव में दिल्ली के नागरिकों के हित में चिंतित होती, तो सत्ता में रहते हुए ठोस काम करती, न कि आज पत्रकार वार्ता और बयान जारी कर जिम्मेदारी से भागती। उन्होंने कहा कि दिल्ली को विकास चाहिए, ड्रामा नहीं। आम आदमी पार्टी को आरोप लगाने से पहले अपने विफल रिकॉर्ड का जवाब देना चाहिए।

महापौर ने विश्वास जताया कि दिल्ली नगर निगम आने वाले समय में एक उत्तरदायी और जनहितकारी बजट के माध्यम से शहर में विकास करेगा।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी