भारतीय संस्कृति को बदरूप कर रहे ऑनलाइन प्लेटफार्म और गेमिंग : एबीएसपी का प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन

जोधपुर, 31 दिसम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान जोधपुर ने ऑनलाइन प्लेटफार्म और गेमिंग कार्यक्रमों पर नियंत्रण लगाने के लिए जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में परिषद के विभाग संयोजक विक्रम सिंह शेखावत के नेतृत्व में कई प्रमुख पदाधिकारियों ने इस मामले में अपनी चिंता व्यक्त की।

ज्ञापन में कहा गया है कि ओटीटी प्लेटफार्म और ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स के द्वारा भारतीय संस्कृति, संवैधानिक गरिमा, और सामाजिक मूल्यों का उल्लंघन हो रहा है। परिषद ने इन प्लेटफार्मों पर अश्लीलता, हिंसा, नशे की प्रवृत्ति और सनातन संस्कृति के विरूपण को गंभीर खतरा बताया है, खासकर बच्चों और युवाओं पर इसके दुष्प्रभावों को देखते हुए। परिषद ने इस ज्ञापन में यह भी अनुरोध किया कि इस मुद्दे पर एक नियामक आयोग का गठन किया जाए जो इन प्लेटफार्मों और गेमिंग ऐप्स पर निगरानी रखे और इन पर आवश्यक नियंत्रण लागू करे। परिषद का मानना है कि आज की भौतिकतावादी और बाजारू संस्कृति ने भारतीय समाज के युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले लिया है, जिससे हमारी परंपरा और संस्कृति का संरक्षण चुनौतीपूर्ण हो गया है। यह कदम भारतीय समाज की सांस्कृतिक और नैतिक धारा को बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है, और इस संदर्भ में राष्ट्रीय स्तर पर अधिक गोष्ठियों और गतिविधियों का आयोजन भी प्रस्तावित किया गया है। यह प्रस्ताव पहले मध्यप्रदेश के रीवा में आयोजित अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में पारित हुआ था।

ज्ञापन देते समय परिषद के विभाग संयोजक विक्रम सिंह शेखावत के नेतृत्व एवं संरक्षक डॉ शैलेन्द्र स्वामी, महानगर अध्यक्ष अजीत सिंह भाटी, महामंत्री चंद्रवीर सिंह समरस, एडीओ भवानी सिंह खींची, मीडिया प्रभारी जितेंद्र सिंह, विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष डॉ गोविंद सिंह राजपुरोहित, डॉ विनोद गहलोत आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश