‘आमदेर पाड़ा, आमदेर समाधान’ योजना में घटिया निर्माण का आरोप, गोघाट में रोका गया काम

हुगली, 19 दिसंबर (हि. स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शुरू की गई ‘आमदेर पाड़ा, आमदेर समाधान' योजना के तहत हो रहे निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप हुगली जिले के गोघाट से सामने आया है। आरोप है कि हाथ से धक्का देते ही कंक्रीट का पिलर गिर गया और निर्माणाधीन दीवार की ईंटें भी छूते ही ढह गईं।

घटना गोघाट-1 ब्लॉक के भादुर ग्राम पंचायत क्षेत्र के बाघारबर्ड प्राथमिक विद्यालय परिसर की है, जहां योजना के तहत शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण में बेहद निम्न गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग किया गया है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि स्कूल में छोटे-छोटे बच्चे पढ़ते हैं और इस तरह का निर्माण कार्य उनकी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। आरोपों के बाद ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह निर्माण कार्य रोक दिया।

सूचना मिलने पर भादुर ग्राम पंचायत के निर्माण सहायक पार्थ नंदी मौके पर पहुंचे और जांच के बाद उन्होंने स्वीकार किया कि निर्माण सामग्री ठीक गुणवत्ता की नहीं थी।

जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले एक स्थानीय तृणमूल नेता ने कैमरे के सामने हाथ से ईंटों की गथाई खोलकर घटिया काम का दिखाया भी किया था। घटना के बाद इलाके में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है।

भाजपा के आरामबाग सांगठनिक जिलाध्यक्ष सुशांत बेड़ा ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए योजनाएं शुरू कर रही हैं, लेकिन न तो योजनाओं में स्थायित्व है और न ही निर्माण कार्य में। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह ‘आमदेर पाड़ा, आमदेर समाधान' नहीं बल्कि ‘हमारे मोहल्ले में समस्या बढ़ाने’ की योजना बन गई है।

वहीं, तृणमूल संचालित भादुर ग्राम पंचायत की प्रधान सेरिफा बीबी ने कहा कि पंचायत इंजीनियर को जांच के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच, विद्यालय के शिक्षकों ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय