राज्यसभा में इंडिगो संकट को लेकर जमकर हंगामा, केन्द्रीय मंत्री ने दिया सख्त कार्रवाई का भरोसा

नई दिल्ली, 08 दिसंबर (हि.स.)। राज्य सभा में सोमवार को इंडिगो संकट को लेकर जमकर हंगामा हुआ। प्रशन काल के दौरान कई सांसदों ने इंडिगो संकट पर सवाल किए, जिसके जवाब में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने विस्तार से अपनी बात कही।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इंडिगो संकट उसके कर्मचारियों के काम के लिए तय शिफ्ट और आंतरिक नियोजन तंत्र की खामियों के कारण हुआ। इसके चलते यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता है, इसके लिए सरकार ने तय किया है कि वह ऐसी कार्रवाई करेगा, जो नजीर बनेगी।

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के प्रश्न के जवाब में विपक्ष उखड़ गया और उन्होंने कहा कि वह मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं है। हंगामे के बाद प्रश्नकाल खत्म होने से करीब 20 मिनट पहले समूचे विपक्ष ने सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन किया।

इसके बाद सभापति ने केंद्रीय मंत्री को अपनी पूरी बात सदन के समक्ष रखने को कहा। सदस्यों द्वारा पूछे गए सवाल और पूरक प्रश्नों के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डीजीसीए ने इंडिगो के सीईओ और जवाबदेह प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिन्हें 24 घंटे के भीतर जवाब देना था। अब केंद्रीय मंत्री ने कहा की तीन दिन पहले दिए नोटिस का जवाब देने के लिए कंपनी को 15 दिन का समय दिया गया है। इंडिगो ने हालिया उड़ान संकट के दौरान अब तक 827 करोड़ रुपये के रिफंड प्रोसेस किए हैं। इसके अलावा 4500 यात्रियों को उनका सामान मिल गया है।

सदस्यों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार यात्रियों, पायलट, और केबिन क्रू की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगी। सभी एयरलाइन को यह बता दिया गया है। मंत्री ने कहा कि इंडिगो को अपने क्रू प्रबंधन के कार्य का विभाजन सुनियोजित तरीके से करना चाहिए।

उन्होंने सदन में बताया कि सरकार यात्रियों की परेशानी को काफी संजीदगी से ले रही है। उन्होंने कहा यदि किसी भी ओर से एयरलाइन में कोई कोताही होगी तो सरकार उन्हें बख्शेगी नहीं।

राम मोहन नायडू किंजारापु ने कहा उड़ानों में देरी और रद्द होने की वजह से जिन यात्रियों को परेशानी हुई है। उनके लिए कड़े नियम बने हुए हैं। सबको इनका पालन करना अनिवार्य है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एविएशन मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर से जुड़े मुद्दे की जांच शुरु कर दी गई है। एयरलाइन सेक्टर में लगातार तकनीकों को बेहतर करने पर काम किया जा रहा है।

किंजारापु ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि उड्डयन क्षेत्र में दुनिया के सर्वोच्च मानकों को हासिल किया जाए। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उड़ान योजना में अभी फ्लाई-91, स्टार एयर, जैसी कई नई एयरलाइंस आई हैं, उन्होंने कहा कि भारत में अभी और संभावनाएं हैं और इसलिए एयर लाइन के क्षेत्र में काम करने का यह स्वर्णिम समय है।

समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने बीते दिनों हवाई यात्रियों को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नई दिल्ली पर हुई असुविधाओं ,परेशानियों तथा आर्थिक नुकसान के साथ साथ समय की बर्बादी पर राज्यसभा में सरकार को घेरते हुए कहा कि जब जुलाई महीने में ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल गिल्ड ऑफ इंडिया ने अगाह किया था कि हवाई यात्रा को अत्यधिक आधुनिक बनाए जाने की आवश्यकता है। साथ ही ऑटोमैटिक मैसेजिंग स्विचिंग सिस्टम की भी समय समय पर समीक्षा किया जाना आवश्यक है। यदि सरकार ने उचित समय पर एटीसी गिल्ड ऑफ इंडिया की चेतावनी और सुझावों पर ध्यान दिया होता तो नवंबर माह से अब तक हवाई यात्रियों को जो परेशानी हुई है, उससे बचा जा सकता था।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी