रोहतक में आंगनवाड़ी हेल्पर 38 साल की सेवा के बाद हुईं सेवानिवृत्त

-ब्लॉक कार्यालय से सुपरवाइजर मीना देवी ने सेवानिवृत्ति पर उनके साथ कार्य को सराहा

गुरुग्राम, 31 दिसंबर (हि.स.)। आंगनवाड़ी हेल्पर के रूप में 38 साल से अधिक का लंबा सफर और इस सफर में बेदाग छवि लेकर सेवानिवृत्त होना किसी भी सरकारी कर्मचारी के लिए सौभागय की बात होती है। ऐसी ही छवि की धनी श्रीमती राजकुमारी को आंगनवाड़ी के इतिहास में सदैव याद रखा जाएगा। उनकी सेवानिवृत्ति होना एक प्रक्रिया है, लेकिन उन्होंने अपने काम से जो विभाग में नाम कमाया है वह अमिट रहेगा। यह बात कलानौर ब्लॉक से आंगनवाड़ी सुपरवाइजर मीना देवी ने बुधवार को गांव तैमूरपुर (जेठपुर) जिला रोहतक में आंगनवाड़ी हेल्पर श्रीमती राजकुमारी की सेवानिवृत्ति पर कही।

इस अवसर पर आशा वर्कर आशा देवी, तैमूरपुर गांव से आंगनवाड़ी वर्कर मीना, बल्म गांव से वन्दना, विनोद, ककराना गांव से किरण, बबली, गांव सुण्डाना से वर्कर नीलम, गांव गढ़ी से वर्कर ईश्वन्ती के अलावा बल्म से हेल्पर ईश्वन्ती व शकुन्तला मौजूद रहीं। श्रीमती राजकुमारी को सेवानिवृत्ति पर नोटों की मालाएं पहनाकर सम्मानित किया गया। गांव के पूर्व सरपंच रणधीर सिंह ने भी आंगनवाड़ी हेल्पर के रूप में श्रीमती राजकुमारी के कार्यकाल को सराहा। आंगनवाड़ी शुरू होने के साथ ही उनकी नियुक्ति हुई थी। आंगनवाड़ी सुपरवाइजर मीना देवी ने कहा कि 38 साल से ज्यादा समय की नौकरी अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि श्रीमती राजकुमारी के साथ उनका कई वर्ष का अनुभव है। जो काम उन्हें दिया गया, वह पूरी जिम्मेदारी, ईमानदारी से किया। उन्होंने कहा कि उनके अधीन 22 हेल्पर हैं, जिसमें श्रीमती राजकुमारी सबसे ऊपर रही हैं। उनका काम बेस्ट रहा है। शांतिप्रिय होना उनका सबसे बड़ा गहना है। आज के दौर में ऐसे शांतिप्रिय व्यक्तित्व होना बड़ी उपलब्धि है।

राजकुमारी के साथ बतौर पहली आंगनवाड़ी वर्कर ईश्वंती देवी ने कहा कि हम वर्षों तक साथ रहे। उनके साथ परिवार की तरह संबंध बने हैं। उन्होंने कहा कि जो भी आंगनवाड़ी वर्कर, हेल्पर हैं, उनके लिए राजकुमारी उदाहरण हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर