मुंबई, 10 नवंबर (हि.स.)। दक्षिण मुंबई के कालाचौकी स्थित अभ्युदय नगर के लोगों के लिए अच्छी खबर है. उनकी इमारतों के रीडेवलेपमेंट का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है। यहां के रहवासियों को 641 वर्ग फीट का घर दिया जाएगा। कॉलोनी की 48 इमारतों के विकास के लिए दो कंपनियों ने बोली लगाई है।
अभ्युदय नगर का रीडेवलेपमेंट का प्रस्ताव लंबे समय से लंबित है। म्हाडा के मुंबई बोर्ड ने रीडेवलपमेंट के लिए टेंडर मंगाए थे। इस प्रोसेस के तहत दो कंपनियों ने फाइनेंशियल टेंडर में क्वालिफाई किया है। म्हाडा ने टेंडर को फाइनल करने का प्रपोजल कुछ दिनों पहले राज्य सरकार को मंज़ूरी के लिए भेजा था। इस प्रपोजल के के अनुसार अभ्युदय नगर के रहने वालों को 641 स्क्वेयर फीट का घर मिलेगा। कंस्ट्रक्शन और डेवलपमेंट एजेंसी यानी प्राइवेट डेवलपर को हायर करके 33 एकड़ में फैली 48 इमारतों को पुनर्विकास करने का फैसला किया गया है। पहले 499 वर्ग फीट का घर देने का फैसला किया गया था। लेकिन यहां के रहिवासियों ने 650 स्क्वेयर फीट के घर की मांग की थी। इस मांग को स्वीकार कर म्हाडा ने 635 वर्ग फीट के घरों के अनुसार निविदाएं आमंत्रित की। लेकिन डेवलपर्स ने यह मुद्दा उठाते हुए निविदा वापस ले ली कि 635 वर्ग फीट का घर देना संभव नहीं है। बाद में राज्य सरकार ने म्हाडा को 635 वर्ग फीट के बजाय 620 वर्ग फीट के लिए निविदाएं आमंत्रित करने का निर्देश दिया था। पिछली निविदा रद्द कर दी गई। इसके बाद 620 वर्ग फीट के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई। इस टेंडर को अच्छा प्रतिसाद मिला.
म्हाडा अधिकारियों के अनुसार तीन कंपनियों, महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स लिमिटेड, एमजीएन एग्रो प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड और ओबेरॉय रियल्टी लिमिटेड ने तकनीकी निविदाएं प्रस्तुत की थीं। प्राप्त तीन निविदाओं में से एक कंपनी को खारिज कर दिया गया है। दो कंपनियों ने वित्तीय निविदा में योग्यता प्राप्त की है। टेंडर को अंतिम रूप देने के बाद शीघ्र स्पष्ट हो जाएगा कि दो योग्य कंपनियों में से किसे ठेका दिया जाएगा। दोनों डेवलपर में से एक ने अधिक से अधिक 641 स्क्वेयर फ़ीट के घर देकर रीडेवलप करने की तैयारी दिखाई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार



