दो तारीख से निर्णायक आंदोलन की चेतावनी, खड़गपुर में गरजे शुभेंदु

खड़गपुर टाउन थाना के सामने सिविक वॉलंटियर की मौत के विरोध में प्रदर्शन करते हिन्दू समाजखड़गपुर टाउन थाना के सामने सिविक वॉलंटियर की मौत के विरोध में प्रदर्शन करते हिन्दू समर्थक।

खड़गपुर, 29 दिसंबर (हि. स.)। खड़गपुर में सिविक वॉलंटियर तुलसी राव उर्फ उदय की मौत को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने रविवार शाम खड़गपुर टाउन थाना के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।

इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने इस घटना को राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था का जीता-जागता उदाहरण बताया।

रविवार शाम शुभेंदु अधिकारी सबसे पहले मृतक तुलसी राव (उदय) के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। इसके बाद उन्होंने एक हुंकार रैली का नेतृत्व करते हुए खड़गपुर टाउन थाना तक मार्च किया। रैली के दौरान विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और भाजपा समर्थक बड़ी संख्या में शामिल हुए तथा दोषियों की गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की।

थाना के सामने प्रदर्शन के दौरान शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। जब पुलिस के साथ काम करने वाले सिविक वॉलंटियर तक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की कल्पना ही नहीं की जा सकती। उन्होंने इस मौत के लिए मुख्यमंत्री और पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।

नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि तुलसी राव की हत्या सुनियोजित थी और इसमें स्थानीय सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोगों की भूमिका है। उन्होंने पांच नंबर वार्ड के पार्षद फिदा हुसैन पर इस मामले में संलिप्त होने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने निष्पक्ष जांच और सभी आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की।

शुभेंदु अधिकारी ने चेतावनी दी कि यदि एक तारीख तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो दो तारीख के बाद इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता देने का भरोसा भी दिलाया।

उल्लेखनीय है कि सिविक वॉलंटियर तुलसी राव 15 दिसंबर की देर रात ड्यूटी समाप्त करने के बाद अपने दो दोस्तों के साथ चाय पीने गए थे। इसी दौरान कुछ बदमाश युवकों से विवाद के बाद उन पर हमला कर दिया गया। गंभीर रूप से घायल तुलसी को पहले खड़गपुर और फिर कटक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 27 दिसंबर को उनकी मौत हो गई।

घटना के बाद से खड़गपुर में तनाव और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है, जबकि अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता