चार दिवसीय बक्सा बर्ड फेस्टिवल छह जनवरी से

अलीपुरद्वार, 29 दिसंबर (हि.स.)। नए साल में एक बार फिर ‘बक्सा बर्ड फेस्टिवल’ शुरू हो रहा है।

यह उत्सव आगामी छह से नौ जनवरी तक बक्सा टाइगर रिज़र्व में वन विभाग की पहल पर आयोजित किया जाएगा। इस तरह का आयोजन पहली बार 2017 में शुरू हुआ था। इसके बाद लगातार सात वर्षों तक यह पक्षी उत्सव सफलतापूर्वक आयोजित होता रहा। हालांकि, पिछले वर्ष तैयारियां शुरू होने के बावजूद अंतिम समय में कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था। इस कारण अब आने वाले वर्ष की शुरुआत में यह उत्सव अपने आठवें वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है।

उत्सव का मुख्य आयोजन स्थल बक्सा टाइगर प्रोजेक्ट के पूर्वी डिवीजन के जयन्ती रेंज कार्यालय के पास होगा।

प्रतिभागी यहीं रात्रि विश्राम करेंगे और इसे ही बेस कैंप बनाया जाएगा। इसके अलावा विभिन्न विषयों पर शिविर और चर्चा सत्र भी आयोजित किए जाएंगे।

2023 तक पक्षी उत्सव का कैंपिंग ग्राउंड राजाभातखावा में था, लेकिन 2024 से जयन्ती में कैंपिंग की व्यवस्था की गई है। इस संबंध में बक्सा टाइगर रिज़र्व के डीएफओ (पूर्व) देबाशीष शर्मा ने कहा कि चार दिवसीय बक्सा बर्ड फेस्टिवल छह जनवरी से शुरू हो रही है।

इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य बक्सा क्षेत्र की पक्षी विविधता को सामने लाना और उसका विश्लेषण करना है। अनुमान है कि बक्सा के जंगलों में लगभग 400 प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। इस वर्ष अधिक से अधिक पक्षियों को रिकॉर्ड करने का प्रयास किया जाएगा।

हिमालयन नेचर एंड एडवेंचर फाउंडेशन के संयोजक अनिमेष बोस ने कहा कि बक्सा बर्ड फेस्टिवल देश के सबसे लोकप्रिय पक्षी उत्सवों में से एक है। बक्सा पक्षियों का स्वर्ग है। हम चाहते हैं कि यह उत्सव हर साल आयोजित हो। पिछले दो वर्षों से सुंदरबन में भी इसी तरह का पक्षी उत्सव आयोजित किया जा रहा है।

छह जनवरी को उद्घाटन के बाद विशेषज्ञों को बक्सा टाइगर रिज़र्व के विभिन्न मार्गों पर पक्षी अवलोकन के लिए ले जाया जाएगा।

वन विभाग ने चार प्रमुख रूट तय किए हैं, जहां सर्दियों में प्रवासी पक्षियों की संख्या अधिक रहती है।

इन क्षेत्रों में देखे गए पक्षियों पर विस्तृत अध्ययन और विश्लेषण भी किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार