अंबिकापुर: दिव्यांग बच्चों के लिए लगे शिविर में संवेदनशील पहल, 143 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, 94 को मिले प्रमाण-पत्र

दिव्यागों के लिए शिविर

अंबिकापुर, 27 नवंबर (हि.स.)। सरगुजा जिले में दिव्यांग बच्चों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने और उन्हें आवश्यक प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मल्टीपर्पज हायर सेकेंडरी स्कूल अंबिकापुर में विशेष दिव्यांगता प्रमाण-पत्र शिविर आयोजित किया गया। कलेक्टर विलास भोसकर के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस शिविर का संचालन जिला शिक्षा अधिकारी एवं समग्र शिक्षा के मार्गदर्शन में किया गया।

शिविर में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पात्रता के अनुसार दिव्यांगता प्रमाण-पत्र एवं यूडीआईडी कार्ड उपलब्ध कराए गए, ताकि वे विभिन्न शैक्षणिक एवं सामाजिक सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकें। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने अस्थिबाधित, दृष्टिबाधित, श्रवणबाधित, मानसिक मंदता, सेरेब्रल पाल्सी, सिकल सेल एवं शल्य चिकित्सा से संबंधित दिव्यांगताओं की विस्तृत जांच की।

जिले के सातों विकासखण्डों से आए 143 दिव्यांग बच्चों और 107 अभिभावकों/शिक्षकों ने शिविर में सहभागिता दर्ज कराई। विस्तृत परीक्षण के बाद 94 पात्र बच्चों को प्रमाण-पत्र जारी किए गए, जिनमें 20 अस्थिबाधित, 16 दृष्टिबाधित, 12 श्रवणबाधित, 26 मानसिक मंदता, 2 सेरेब्रल पाल्सी और 18 सिकल सेल प्रभावित बच्चे शामिल रहे।

स्वास्थ्य जांच एवं मूल्यांकन कार्य जिला चिकित्सालय के विशेषज्ञ चिकित्सकों डॉ. अभिजीत जैन, डॉ. जी. के. दामले, डॉ. आशीष मंडल, डॉ. प्रेमसाय तिर्की, डॉ. चन्द्रशेखर उपाध्याय, डॉ. गिरीश पैकरा, डॉ. राजपीत कौर और डॉ. अखिलेश भारत की टीम द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश झा, जिला मिशन समन्वयक सर्वजीत कुमार पाठक, सहायक कार्यक्रम समन्वयक भरत अग्रवाल, संजय सिंह, करूणेश चन्द्र श्रीवास्तव, समावेशी शिक्षा प्रभारी दिनेश शर्मा सहित सभी विकासखण्डों के बीआरपी और स्पेशल एजुकेटर उपस्थित रहे।

अभिभावकों ने शिविर के लिए कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकारियों और टीम द्वारा घर-घर जाकर बच्चों को शिविर तक लाने में की गई सहायता अत्यंत महत्वपूर्ण रही और इससे प्रक्रिया बेहद सुगम हो गई। स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे, ताकि कोई भी पात्र बच्चा सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / पारस नाथ सिंह