अमृत जल परियोजना : जलपाईगुड़ी जिले के चार बड़े शहर अब भी प्यासे

जलपाईगुड़ी, 26 दिसंबर (हि. स.)। अमृत जल परियोजना का काम अंतिम चरण में पहुंचने का दावा किया जा रहा है, लेकिन पहले चरण का काम पूरे होने के बाद भी जलपाईगुड़ी शहर के लोग अब तक पीने का पानी नहीं पा सके है। नगरपालिका ने 31 दिसंबर तक शहरवासियों को घर-घर अमृत परियोजना का पानी मिलने का आश्वासन दिया है, लेकिन इस दावे पर सवाल उठ रहे है। वजह साफ है अब तक घरों तक पानी पहुंचाने का ट्रायल रन भी शुरू नहीं हो सका है।

अमृत जल परियोजना को लेकर जलपाईगुड़ी नगरपालिका के चेयरमैन सैकत चटर्जी ने कहा कि अमृत जल परियोजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का अंतिम चरण शुरू हो चुका है। हम अपने वादे के अनुसार 31 दिसंबर के भीतर शहरवासियों के घरों तक पीने का पानी पहुंचा देंगे। हालांकि, शुरुआती एक महीने तक यह पानी पीने योग्य नहीं होगा।

उल्लेखनीय है कि जलपाईगुड़ी में अमृत जल परियोजना की शुरुआत वर्ष 2019 में हुई थी। उस समय दावा किया गया था कि तीन साल के भीतर नगरपालिका क्षेत्र के हर घर तक पाइपलाइन के माध्यम से पेयजल पहुंचा दिया जाएगा। लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी न तो घरों तक पानी पहुंचा और न ही पाइपलाइन बिछाने का आधा काम पूरा हो सका है।

अब तक घर-घर जल आपूर्ति के लिए लगभग 200 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है।

पूरे शहर को आठ ज़ोन में बांटा गया है और प्रत्येक ज़ोन में एक-एक ओवरहेड टैंक का निर्माण किया गया है। सुकांतनगर क्षेत्र में जल शोधन संयंत्र (वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट) भी तैयार है। हालांकि, जल शोधन संयंत्र से आठों ज़ोन के ओवरहेड टैंकों तक पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम अभी भी कई इलाकों में अधूरा है। इसी कारण जलपाईगुड़ी शहर के लोग अब भी अमृत के पानी का इंतजार करने को मजबूर है।

हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार