भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की 101वीं जयंती पर कोलकाता में सुशासन दिवस का आयोजन

कोलकाता, 25 दिसंबर (हि. स.)। भारत माता के महान सपूत, अटल, अविचल और अडिग नेतृत्व के प्रतीक भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की 101वीं जयंती के अवसर पर सुशासन दिवस के रूप में कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भाजपा की ओर से आयोजित किया गया, जिसमें केंद्र और राज्य स्तर के कई वरिष्ठ नेता तथा बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य, केंद्रीय नेता सुनील बंसल, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी, राहुल सिन्हा, केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार सहित पार्टी के कई वरिष्ठ और युवा नेता मौजूद रहे। पूरे सभागार में अटल बिहारी वाजपेई के विचारों और उनके राष्ट्रवादी दृष्टिकोण की झलक देखने को मिली।

अपने संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई का पूरा जीवन देश को जोड़ने और सबको साथ लेकर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि अटल जी ने हमेशा संवाद, संयम और समन्वय को प्राथमिकता दी। भट्टाचार्य ने नए और पुराने कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर तालमेल बनाने पर जोर देते हुए कहा कि संगठन की मजबूती इसी से आती है और यही अटल बिहारी वाजपेई की सबसे बड़ी सीख है।

केंद्रीय नेता सुनील बंसल ने अपने संबोधन में अटल बिहारी वाजपेई के जुझारू और दूरदर्शी नेतृत्व का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अटल जी ने कठिन परिस्थितियों में भी कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। सुनील बंसल ने पश्चिम बंगाल की राजनीतिक स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में परिवर्तन लाने के लिए धैर्य, निरंतर संघर्ष और संगठनात्मक मजबूती की जरूरत है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि अटल बिहारी वाजपेई के विचारों को आत्मसात कर जनता के बीच लगातार काम करते रहें।

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने अटल बिहारी वाजपेई के भाषणों, उनकी सशक्त वाणी और सुशासन के मॉडल को याद किया। नेताओं ने कहा कि अटल जी केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक विचार थे, जिनका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों तक बना रहेगा। कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं ने सुशासन, राष्ट्रहित और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

संपूर्ण आयोजन अटल बिहारी वाजपेई के आदर्शों और उनके दिखाए मार्ग पर चलने के संकल्प के साथ संपन्न हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर