सरकार की टाउनशिप के नाम पर हजारों करोड़ की ज़मीन सौंपने की तैयारी : जयराम ठाकुर

शिमला, 31 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर प्रदेश की कीमती ज़मीन को टाउनशिप के नाम पर अपने करीबी कारोबारियों को सौंपने की तैयारी करने का गंभीर आरोप लगाया है। मंगलवार को शिमला से जारी बयान में उन्होंने कहा कि सरकार की “हिमाचल ऑन सेल” की नीति लगातार जारी है और अब शीतलपुर में 3485 बीघा ज़मीन पर प्रस्तावित टाउनशिप इसकी ताज़ा कड़ी है, जिसे हाल ही में कैबिनेट से मंजूरी भी दे दी गई है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत आने वाली ज़मीन की सर्कल रेट के अनुसार कीमत करीब 754 करोड़ रुपये है, जबकि चंडीगढ़ के समीप होने के कारण इसका वास्तविक बाजार मूल्य 5 हजार करोड़ रुपये से अधिक आंका जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस ज़मीन पर बड़े खेल की तैयारी कर रही है और इसके पीछे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की मंशा है। उन्होंने यह भी कहा कि बीबीएन क्षेत्र की यह ज़मीन और जंगल स्थानीय पारिस्थितिकी संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसे छेड़ना पर्यावरण के लिए घातक होगा।

नेता प्रतिपक्ष ने सिरमौर जिले के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के माहोल जनोट पंचायत (मोरनी हिल्स) में 134 बीघा ज़मीन पर भी टाउनशिप के नाम पर इसी तरह की योजना चलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहले यह ज़मीन हिमुडा और फिर बड़े बिल्डरों को देने की तैयारी की जा रही है। जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि शीतलपुर सहित अन्य क्षेत्रों में पंचायत प्रतिनिधियों पर एनओसी देने के लिए प्रशासनिक दबाव बनाया जा रहा है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही सरकार ने हिमाचल पर्यटन के होटलों, मेडिकल डिवाइसेज पार्क, पालमपुर कृषि विश्वविद्यालय की ज़मीन और धारा 118 में संशोधन जैसे कदम उठाए, जिनका उद्देश्य प्रदेश के संसाधनों को निजी हाथों में सौंपना रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा विकास के खिलाफ नहीं है, लेकिन विकास के नाम पर संसाधनों की लूट और “मित्र मंडली” को लाभ पहुंचाने का विरोध करेगी।

जयराम ठाकुर ने नववर्ष के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए नए वर्ष में खुशहाली, शांति और समृद्धि की कामना की।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला