मोहनपुर में भाजपा की गुटबाजी उजागर, बैठक बिना हुए लौटा नेतृत्व

मोहनपुर में बैठक से पहले भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच गुटीय विवाद।

पश्चिम मेदिनीपुर, 25 दिसंबर (हि. स.)। जिले के मोहनपुर इलाके में भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। दांतन विधानसभा के एक और दो मंडल इलाके में बुधवार शाम को हुए घटनाक्रम में गुटीय विवाद के चलते भाजपा की महत्वपूर्ण बैठक नहीं हो सकी और पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य को बिना बैठक किए ही लौटना पड़ा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के कार्य को लेकर दांतन विधानसभा के प्रभारी एवं भाजपा के बीएलए-एक अपरूप गुच्छाईत मोहनपुर क्षेत्र में बीएलए-दो और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने पहुंचे थे। उनके साथ दांतन-दो मंडल की अध्यक्ष शिउली पात्र भी मौजूद थीं। बैठक शुरू होने से पहले ही मंडल अध्यक्ष के खिलाफ कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने नाराजगी जताते हुए विरोध शुरू किया। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया और तीखी बहस होने लगी। हालात को देखते हुए बैठक रद्द कर दी गई और नेतृत्व को वापस लौटना पड़ा।

भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मंडल अध्यक्ष बनने के बाद से ही जिला भाजपा अध्यक्ष शमित मंडल क्षेत्र में नहीं आए हैं। उनका सवाल है कि जब जिलाध्यक्ष स्वयं क्षेत्र में नहीं आ रहे, तो बार-बार अन्य नेताओं को क्यों भेजा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर, मंडल अध्यक्ष शिउली पात्र ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए पार्टी के कुछ असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया।

इधर, बिखरे विरोध के बीच मंडल के उपाध्यक्ष झाड़ेश्वर दास ने मंडल अध्यक्ष पर स्वेच्छाचारिता का आरोप लगाया। इस घटना को लेकर इलाके में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और भाजपा की अंदरूनी कलह सार्वजनिक हो गई है।

उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन पहले मंगलवार शाम भी दांतन विधानसभा क्षेत्र के मोहनपुर अंतर्गत अरुंआ इलाके में इसी तरह की घटना सामने आई थी। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जिलाध्यक्ष शमित मंडल की सहमति से बिना किसी चर्चा के मंडल कमिटी का गठन किया गया है और नए मंडल अध्यक्ष अन्य नेताओं को कोई महत्व नहीं दे रहे हैं।

हालांकि, स्वेच्छाचारिता के आरोपों को खारिज करते हुए मंडल अध्यक्ष शिउली पात्र ने कहा कि पार्टी में पद मिलने के बावजूद कुछ नेता अनुशासनहीनता कर रहे हैं। वहीं, कार्यक्रम रद्द होने के बावजूद इस पूरे मामले पर राज्य कमेटी सदस्य और विधानसभा प्रभारी अपरूप गुच्छाईत ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। जिलाध्यक्ष शमित मंडल की ओर से भी इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

भाजपा की इस अंदरूनी कलह को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने भी कटाक्ष किया है। तृणमूल नेताओं का कहना है कि जो पार्टी खुद के अंदरूनी विवाद नहीं सुलझा पा रही, वह चुनाव कैसे लड़ेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता