मैथिली अकादमी को सक्रिय करने की मांग तेज, मिथिला सेवा ट्रस्ट ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा पत्र

पटना, 26 दिसंबर (हि.स.)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य संजय झा द्वारा मैथिली भाषा को लेकर उठाई गई मांग अब व्यापक रूप लेती जा रही है। इसी क्रम में मिथिला सेवा ट्रस्ट, कोलकाता ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मैथिली अकादमी को क्रियाशील करने की मांग की है।

मिथिला सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष रामाकांत झा ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि मैथिली अकादमी की ओर से प्रकाशित ऐतिहासिक और साहित्यिक धरोहरें उचित देखरेख एवं संरक्षण के अभाव में नष्ट होने के कगार पर हैं। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि यह स्थिति केवल मिथिला क्षेत्र के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक विरासत के लिए अपूरणीय क्षति है।

रामाकांत झा ने बताया कि मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में आग्रह किया गया है कि इस गंभीर विषय पर अविलंब संज्ञान लेते हुए आवश्यक पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए। साथ ही, अकादमी के सुचारु संचालन के लिए बिहार सरकार की ओर से पर्याप्त बजट का प्रावधान किया जाए, ताकि एक स्पष्ट कार्ययोजना और नियमित प्रशासनिक व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।

उन्होंने कहा कि मैथिली भाषा संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल है और इसकी साहित्यिक परंपरा अत्यंत समृद्ध रही है। ऐसे में मैथिली अकादमी को सक्रिय करना न केवल भाषा और संस्कृति के संरक्षण के लिए आवश्यक है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अपनी विरासत से जोड़ने का भी महत्वपूर्ण माध्यम होगा।-----------

हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी