बंगाल में बाबरी मस्जिद के लिए क्यूआर कोड का दुरुपयोग, विधायक के फाउंडेशन ने दर्ज कराई शिकायत

मुर्शिदाबाद, 13 दिसंबर (हि. स.)। तृणमूल कांग्रेस से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर द्वारा संचालित फाउंडेशन ने शनिवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में प्रस्तावित बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए बनाए गए क्यूआर कोड का अज्ञात व्यक्तियों द्वारा दुरुपयोग किया गया है।

विधायक की वेस्ट बंगाल इस्लामिक फाउंडेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूबीआईएफआई) ने दावा किया कि नकली क्यूआर कोड का उपयोग करके धोखाधड़ी की गई है। फाउंडेशन ने कहा कि उसने पश्चिम बंगाल पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट में शिकायत दर्ज कराई है।

फाउंडेशन के संयुक्त कोषाध्यक्ष अमीनुल शेख ने बहरमपुर साइबर क्राइम पुलिस में तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 336(3), 338 और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया है और घटना की जांच शुरू कर दी है।

शिकायत के अनुसार, आरोपितों ने कथित तौर पर ट्रस्ट के विवरण की नकल की और चंदे को डायवर्ट करने के लिए एक नकली क्यूआर कोड तैयार किया। शेख ने आगे आरोप लगाया कि इस नकली कोड के माध्यम से धोखाधड़ी से धन एकत्र किया जा रहा था।

भरतपुर विधायक ने आरोप लगाया कि कथित धोखाधड़ी के पीछे तृणमूल विधायक रबीउल आलम चौधरी हैं, जो रेजीनगर से विधायक हैं। कबीर ने कहा कि मेरी फाउंडेशन ने साइबर क्राइम यूनिट में शिकायत दर्ज की है। मुझे पता चल गया है कि यह किसने किया। रबीउल आलम चौधरी के समर्थकों ने यह किया है। अगर पुलिस कार्रवाई करती है तो अच्छा होगा, अन्यथा मेरे पास खुद कार्रवाई करने की शक्ति है। मैं उचित कार्रवाई करूंगा। जिस बैंक में पैसा गया है उसे भी नहीं छोड़ूंगा।

आरोपों का जवाब देते हुए चौधरी ने किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया और कबीर के दावों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, चाहे वह मेरे लोग हों या कोई और, हम चाहते हैं कि वह साबित करें कि धोखाधड़ी किसने की। तब हमें भी पता चलेगा। अब तक वह मेरे खिलाफ निराधार आरोप लगा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि, कबीर द्वारा प्रचारित प्रस्तावित मस्जिद परियोजना के लिए लगभग 3.50 करोड़ पहले ही एकत्र किए जा चुके हैं। 11 ट्रंकों में रखे नकद दान की मैनुअल गिनती बुधवार रात को पूरी हुई थी। इसके अलावा, क्यूआर कोड भुगतान के माध्यम से ऑनलाइन दान ट्रस्ट के निर्धारित बैंक खाते में जमा किया गया था। यह वही क्यूआर कोड है जिसके दुरुपयोग का आरोप फाउंडेशन ने लगाया है।

कबीर को लेकर विवाद पिछले सप्ताह तब शुरू हुआ जब उन्होंने मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद की आधारशिला रखने की योजना की घोषणा की। चार दिसंबर को तृणमूल ने कबीर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित कर दिया। निलंबन के बावजूद, कबीर मस्जिद योजना के साथ आगे बढ़े और छह दिसंबर को आधारशिला रखी।

कबीर ने कहा है कि बेलडांगा में फरवरी के पहले सप्ताह में मस्जिद का निर्माण शुरू होगा। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण शुरू होने से एक दिन पहले एक लाख लोगों द्वारा कुरान का पाठ किया जाएगा।

इस बीच, बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई, जिसमें मस्जिद के निर्माण को रोकने के निर्देश मांगे गए हैं। इस मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होने की संभावना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय