बरेली बवाल की साजिश बेनकाब, मौलाना के करीबी नदीम के घर से मिला भड़काऊ लेटर
- Admin Admin
- Dec 20, 2025
बरेली, 20 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के बरेली शहर को दंगे की आग में झोंकने वाली साजिश की अहम कड़ी आखिरकार पुलिस के हाथ लग गई है। बरेली बवाल के पीछे जिस भड़काऊ लेटर की चर्चा थी, उसे पुलिस ने मौलाना तौकीर रज़ा के करीबी और आईएमसी नेता नदीम के घर से बरामद कर लिया है। इस खुलासे के बाद दंगे की साजिश को लेकर पुलिस के दावे और मजबूत हो गए हैं।
पुलिस ने शनिवार को आरोपित नदीम को अदालत से चार घंटे की रिमांड पर लिया था। इसी दौरान उसे कड़ी सुरक्षा में मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। नदीम के अस्पताल पहुंचते ही प्रशासन अलर्ट हो गया। अस्पताल और आसपास का इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया। कई थानों की फोर्स, पीएसी और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर तैनात रहे, जबकि आसपास के सभी रास्ते सील कर दिए गए।
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि बरामद किया गया लेटर वही है, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल कर लोगों को एक जगह जुटने के लिए उकसाया गया था। पुलिस का कहना है कि यह कोई सामान्य पत्र नहीं, बल्कि दंगे की सोची-समझी साजिश का लिखित सबूत है। इस मामले में लियाकत की शिकायत पर नदीम और मौलाना तौकीर रज़ा के खिलाफ पहले ही मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। आरोप है कि लियाकत के नाम और हस्ताक्षर का दुरुपयोग कर यह पत्र तैयार कराया गया।
पुलिस अब पत्र को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने की तैयारी कर रही है। जांच इस बात पर केंद्रित है कि लेटर किसने लिखा, किसके इशारे पर वायरल हुआ और इस साजिश में और कौन-कौन शामिल हैं। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि बरेली को अशांत करने वालों पर कानून का सबसे सख्त शिकंजा कसा जाएगा।
गौरतलब है कि 26 सितंबर को इस्लामिया ग्राउंड में भीड़ जुटाने के आह्वान के बाद हालात बिगड़े थे। जिला पंचायत रोड पर प्रदर्शन हिंसक हो गया था। पथराव, सरकारी संपत्ति को नुकसान और पुलिस पर जानलेवा हमले के मामलों में अब तक 12 मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं और 100 से अधिक आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार



