बर्दवान में बिहार नंबर प्लेट वाली बाइकों को लेकर सियासी बवाल, तृणमूल का प्रदर्शन

बर्दवान, 21 दिसंबर (हि. स.)। बर्दवान में शनिवार को बिहार नंबर प्लेट वाली बड़ी संख्या में पुरानी मोटरसाइकिलों के आने को लेकर शनिवार अपराह्न राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। आरोप है कि बिहार के राजेंद्रनगर से करीब 55 पुरानी मोटरसाइकिलें, जिन पर बिहार का रजिस्ट्रेशन नंबर है, बर्दवान स्थित भाजपा जिला पार्टी कार्यालय के पते पर भेजी गईं। इस घटना के विरोध में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ता और समर्थक बर्दवान रेलवे स्टेशन के ईस्टर्न रेलवे पार्सल कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन पर बैठ गए।

तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि पार्टी सूत्रों से सूचना मिलने के बाद कार्यकर्ता पार्सल कार्यालय पहुंचे और मांग की कि जब तक इन मोटरसाइकिलों से जुड़े सभी दस्तावेज और पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाती, तब तक उन्हें बाहर ले जाने की अनुमति न दी जाए।

प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में मोटरसाइकिलें एक साथ बिहार से पश्चिम बंगाल के एक ही पते पर क्यों भेजी गईं।

तृणमूल नेताओं ने आशंका जताई कि आज मोटरसाइकिलें लाई जा रही हैं, और भविष्य में इसी तरीके से राज्य में अपराधियों को प्रवेश कराने की कोशिश हो सकती है। तृणमूल का आरोप है कि ये मोटरसाइकिलें सुनील गुप्ता नामक व्यक्ति के नाम पर बुक की गई थीं, जिनका पता भाजपा जिला पार्टी कार्यालय बताया गया है।

तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बर्दवान के भाजपा नेता खोकन सेन पार्सल कार्यालय में मौजूद थे और मोटरसाइकिलों को बाहर निकालने की व्यवस्था कर रहे थे। तृणमूल का दावा है कि उनके पहुंचने से पहले ही कुछ मोटरसाइकिलें बाहर ले जाई जा चुकी थीं।

इस विरोध प्रदर्शन में बर्दवान दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के विधायक खोकन दास भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा,

“जब तक यह स्पष्ट नहीं हो जाता कि किस उद्देश्य से बिहार से इस तरह मोटरसाइकिलें लाई जा रही हैं, तब तक हम चुप नहीं बैठेंगे। चुनाव से पहले भाजपा बाहर से बाइक के जरिए अपराधियों को लाकर राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है। ये लोग इन बाइकों का इस्तेमाल अपराध के लिए करके फिर वापस चले जाएंगे।”

घटना को लेकर इलाके में तनाव बना हुआ है और प्रशासन की ओर से पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय