बंगाल विधानसभा चुनाव : कम अंतर से पराजित सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का फोकस
- Admin Admin
- Dec 27, 2025
कोलकाता, 27 दिसंबर (हि.स.)।
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में भारतीय जनता पार्टी ने रणनीतियों पर तेजी से काम कर दिया है। पार्टी ने उन विधानसभा क्षेत्रों पर खास ध्यान केंद्रित करना शुरू किया है, जहां पिछले चुनावों में उसके उम्मीदवार बहुत कम अंतर से हार गए थे।
पार्टी के राज्य नेतृत्व ने एक मानक तय किया है। इसके तहत उन सीटों की पहचान की जा रही है, जहां 2021 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव के विधानसभा क्षेत्रवार नतीजों में हार का अंतर 10 हजार वोट से कम रहा था।
भारतीय जनता पार्टी की राज्य समिति के एक सदस्य के अनुसार, 2024 के लोकसभा चुनाव में सीटों की संख्या भले ही 2019 से कम रही हो, लेकिन विधानसभा क्षेत्रवार प्रदर्शन 2021 के विधानसभा चुनाव से बेहतर था। 294 विधानसभा क्षेत्रों के नतीजों का विस्तार से अध्ययन करने के बाद ऐसे क्षेत्रों की पहचान की गई है, जहां हार का अंतर बहुत कम था। अब इन्हीं सीटों पर विशेष रणनीति के तहत काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी की हार 10 हजार वोट या उससे कम के अंतर से हुई, वहां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा को मिले वोटों ने तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इसी कारण पार्टी अब गैर भारतीय जनता पार्टी लेकिन तृणमूल कांग्रेस विरोधी मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने पर विशेष जोर दे रही है।
2021 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 77 सीटें जीतकर राज्य में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बनी थी। वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव के विधानसभा क्षेत्रवार विश्लेषण में यह सामने आया कि 90 विधानसभा क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार तृणमूल कांग्रेस से आगे रहे थे। पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने के लिए 148 सीटों का आंकड़ा जरूरी है।
इस बीच पार्टी नेतृत्व विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया पर भी करीबी नजर बनाए हुए है। इस प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची से नाम हटाए जा रहे हैं। 16 दिसंबर को जारी प्रारूप मतदाता सूची में अब तक 58.20 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जा चुके हैं। दावों और आपत्तियों की सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
भारतीय जनता पार्टी का अनुमान है कि अंतिम मतदाता सूची में हटाए गए मतदाताओं की संख्या एक करोड़ से अधिक हो सकती है। फरवरी में अंतिम मतदाता सूची जारी होने के बाद चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 की तारीखों की घोषणा करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर



