अंतरराष्ट्रीय सारस्वत ब्राह्मण महासम्मेलन का आगाज

जोधपुर, 20 दिसम्बर (हि.स.)। दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सारस्वत ब्राह्मण महासम्मेलन आज सुबह पॉलिटेक्निकल कॉलेज परिसर स्थित मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर में शुरू हुआ। इस महासम्मेलन में पूरे देशभर से समाज के लोग एकत्रित हुए है।

महासम्मेलन के मुख्य संयोजक घनश्याम ओझा, स्वागताध्यक्ष हस्तीमल सारस्वत और समन्वयक कैलाश सारस्वत ने बताया कि सुबह काशी मठ के प्रमुख संयमींद्र तीर्थ स्वामी ने महासम्मेलन का शुभारंभ किया। इससे पहले सुबह स्वागत द्वार और अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ। समारोह में चित्तौडग़ढ़ सांसद सीपी जोशी, डूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, सारस्वत समाज अध्यक्ष आरके ओझा तथा कोलकाता के वरिष्ठ उद्योगपति किशन गोस्वामी भी उपस्थित रहे। दोपहर में अतिथियों की ओर से विकसित भारत में समाज की भूमिका, नीति निर्माण एवं विकास पर उद्बोधन हुए। फिर विश्व सारस्वत फैडरेशन, सारस्वत चैंबर्स, उच्च शिक्षा में युवा, उद्यमिता में सारस्वत, कश्मीरी पंडितों का संघर्ष, स्टार्टअप इनोवेशन के आयोजन हुए।

यह आयोजन समाज के इतिहास का अब तक का सबसे विशाल एवं भव्य सम्मेलन है, जिसमें देश-विदेश से करीब पांच हजार से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक और पूर्वोत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक विभिन्न प्रदेशों के समाजबंधु बड़ी संख्या में भाग ले रहे है। महासम्मेलन का उद्देश्य समाज की एकता, सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिक मूल्यों और आधुनिक युग की चुनौतियों के बीच मजबूत सेतु बनाना है। सम्मेलन में पहली बार समाज के आध्यात्मिक गुरुओं, सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े विद्वानों, उद्योग–व्यापार क्षेत्र के प्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों तथा युवा नेतृत्व का एक ही मंच पर समन्वय दिखाई दिया। दो दिवसीय कार्यक्रम में विविध सत्रों, विचार-गोष्ठियों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और सम्मान समारोहों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें समाज के इतिहास, वर्तमान और भविष्य की दिशा पर व्यापक चर्चा होगी।

ग्लोबल एक्सपो प्रमुख नटवर भंडिया एवं कैलाश ओझा ने बताया कि महासम्मेलन के साथ दो दिवसीय ग्लोबल एक्सपो भी विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह एक्सपो भी मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित हो रहा है। एक्सपो सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक आमजन के लिए खुला रहेगा। ग्लोबल एक्सपो को भारत मंडपम की थीम पर विकसित किया गया है, जिसमें करीब 90 स्टॉल लगाई गई है। इन स्टॉल्स पर कश्मीर, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, गोवा सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए कारीगर, उद्यमी और संस्थान अपने-अपने क्षेत्रों के विशिष्ट उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय कर रहे है। हस्तशिल्प एवं हैंडलूम वस्त्र, पारंपरिक व आधुनिक आभूषण, गृह सज्जा सामग्री, मसाले, ऑर्गेनिक उत्पाद, पारंपरिक खाद्य सामग्री तथा लोक कलाओं से जुड़े हस्तनिर्मित उत्पाद एक्सपो के प्रमुख आकर्षण है। इसके साथ ही चित्रापुर मठ संस्थान तथा काशी मठ की ओर से भी आध्यात्मिक सामग्री, आध्यात्मिक साहित्य एवं विशेष पुस्तकों की स्टॉल लगाई गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश