गीता पाठ कार्यक्रम के दौरान दो चिकन पैटिस विक्रेताओं से दुर्व्यवहार मामले में तीन आरोपित गिरफ्तार

कोलकाता, 11 दिसंबर (हि.स.)। महानगर के मैदान थाना क्षेत्र में आयोजित ‘पांच लाख कंठों में गीता पाठ’ कार्यक्रम के दौरान दो चिकन पैटिस विक्रेताओं के साथ दुर्व्यवहार के मामले में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितो की पहचान सौमिक गोलदार, तरुण भट्टाचार्य और स्वर्णेंदु चक्रवर्ती के रूप में हुई है। इन्हें बुधवार देर रात हिरासत में लिया गया।

घटना बीते रविवार की है, जब सनातन संस्कृति संसद द्वारा ब्रिगेड मैदान में व्यापक गीता पाठ समारोह का आयोजन किया गया था। उसी दौरान अरामबाग निवासी शेख रियाजुल और तपसिया के मोहम्मद सालाउद्दीन नामक दो विक्रेता वहां चिकन पैटिस बेचने पहुंचे थे। आरोप है कि कार्यक्रम में शामिल कुछ युवकों ने उनसे बदसलूकी की, उनके पैटिस जमीन पर फेंक दिए और मारपीट की। इतना ही नहीं, दोनों को कान पकड़कर उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया गया। इस दौरान रियाजुल का करीब तीन हजार रुपये का खाद्य पदार्थ नष्ट हो गया।

धार्मिक कार्यक्रम में “चिकन पैटिस क्यों बेचे जा रहे हैं?” इसी सवाल को लेकर हमले की शुरुआत हुई थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला और तूल पकड़ लिया। इसके बाद मैदान थाने में दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई गईं, जिसके आधार पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार सौमिक घोष उत्तर 24 परगना के गोबरडांगा का निवासी है। तरुण भट्टाचार्य हुगली जिले के उत्तरपाड़ा में रहता है, जबकि स्वर्णेंदु चक्रवर्ती अशोकनगर का निवासी है।

घटना को लेकर राजनीतिक पारा भी चढ़ गया था। तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कड़ी निंदा करते हुए कहा, “कोई यदि मांसाहार नहीं खाता, तो नहीं खरीदे। परंतु किसी विक्रेता के साथ मारपीट क्यों? वे अपनी रोजी-रोटी के लिए सामान बेचते हैं। यह सरासर गलत है।” इस प्रकरण में वामपंथी अधिवक्ता सायन बंद्योपाध्याय ने भी एफआईआर दर्ज कराई थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता