एमसीडी की बैठक में प्रदूषण पर गंभीर चर्चा, कई ठोस फैसले लिए

नई दिल्ली, 2 दिसंबर (हि.स.)। मंगलवार को देर शाम तक चली दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के साधारण सभा की बैठक काफी हंगामाखेज रही। बैठक में दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को लेकर जबरदस्त बहस हुई और आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। इसके बाद प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई ठोस उपायों पर कड़ाई से पालन करने के प्रस्ताव भी पारित हुए।

मंगलवार को सिविक सेंटर में शोक प्रस्ताव और दो मिनट के मौन से शुरू हुई बैठक के तुरंत बाद हंगामे का माहौल बन गया। आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग सहित विपक्षी पार्षदों ने कूड़े के ढेर और बढ़ते वायु-धूल प्रदूषण को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्ष का आरोप था कि भाजपा शासित एमसीडी स्वच्छता और प्रदूषण नियंत्रण में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।

विपक्षी सदस्यों के हंगामे और नारेबाजी के बावजूद महापौर राजा इकबाल सिंह ने बैठक को लगभग चार घंटे तक कारगर बनाए रखा। उन्होंने पक्ष-विपक्ष दोनों की राय को समान महत्व देते हुए कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करते हुए हर पार्षद को अपनी बात रखने का पूरा अधिकार दिया।

सदन में वायु एवं धूल प्रदूषण पर सबसे लंबी और गंभीर चर्चा हुई। पार्षदों ने कई व्यावहारिक सुझाव दिए, जिनके बाद महापौर ने अधिकारियों को तत्काल समयबद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए: सड़क किनारे धूल नियंत्रण और खराब सड़कों का तुरंत पैचवर्क,

निर्माण स्थलों की सख्त निगरानी,

कूड़ा-पत्ते जलाने पर जीरो टॉलरेंस, रात-सुबह विशेष पेट्रोलिंग टीमें तैनात और

प्रभावित इलाकों में विशेष सफाई अभियान।

महापौर ने कहा कि किसी भी वार्ड में कूड़ा या बायोमास जलाने की एक भी घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उप-महापौर जय भगवान यादव ने बताया कि वर्तमान भाजपा शासित एमसीडी रोजाना 35-40 हजार मीट्रिक टन कूड़ा निस्तारित कर रही है, जबकि आआपा सरकार के समय यह आंकड़ा सिर्फ 10 हजार मीट्रिक टन था।

हेमचंद्र गोयल व सगुप्ता चौधरी ने नई गौशालाओं के लिए प्लॉट उपलब्ध होने की बात उठाई। उप-महापौर ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में 20 एकड़ की गौशाला चल रही है और जल्द चार नई गौशालाएं बनेंगी। एक गोबर गैस प्लांट चालू है, दूसरा शुरू होने वाला है।

पार्षद राजपाल सिंह ने श्मशान घाटों में लकड़ी से दाह-संस्कार पर रोक की मांग की ताकि पेड़ों की कटाई रुके।

अमित नागपाल ने ट्रैफिक जाम को प्रदूषण का बड़ा कारण बताते हुए एमसीडी स्कूलों की खाली सीटें पहले भरने की मांग की।

अंत में महापौर सरदार राजा इक़बाल सिंह ने कहा कि प्रदूषण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सभी पार्षदों ने जिस सहयोग और जागरूकता का परिचय दिया, उससे साफ है कि मिलकर दिल्ली को स्वच्छ, सुरक्षित और रहने लायक शहर बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

बैठक में स्वच्छता, पर्यावरण सुधार, जन-सुविधाएं और निगम की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित हुए।

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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी