चम्पावत में चाय पर्यटन को नई रफ्तार, सचिव ने बागान का किया निरीक्षण

चाय बगान का निरीक्षण करते पर्यटन सचिव

चंपावत, 27 दिसंबर (हि.स.)। उत्तराखंड शासन के पर्यटन एवं ग्राम्य विकास सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल ने शनिवार को चम्पावत स्थित चाय बागान का निरीक्षण कर चाय पर्यटन सर्किट की प्रगति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत विकसित हो रही परियोजना की जमीनी हकीकत को परखा और पर्यटन संभावनाओं पर अधिकारियों से चर्चा की।

सचिव ने बागान क्षेत्र में निर्माणाधीन कॉटेज, प्रस्तावित पर्यटन ढांचे और अन्य सुविधाओं का अवलोकन करते हुए कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि चम्पावत की प्राकृतिक पहचान को बनाए रखते हुए पर्यटन विकास किया जाना चाहिए, जिससे पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।

परियोजना के तहत चाय अनुभव केंद्र, जंगल ट्रेल्स, कोबल स्ट्रीट, इको स्टेज, एंट्री प्लाजा, आईटी आधारित सुविधाएं और चाय संग्रहालय विकसित किए जा रहे हैं। करीब 19.89 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रही यह योजना चाय बागानों को पर्यटन से जोड़कर स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगी।

निरीक्षण के दौरान क्षेत्र में एडवेंचर टूरिज्म की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। सचिव ने कहा कि साहसिक पर्यटन गतिविधियां विकसित होने से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और चम्पावत पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण बनेगा। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, जिला पर्यटन विकास अधिकारी लता बिष्ट, ईई भुवन नैनवाल सहित केएमवीएन के अधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी