आईजीएमसी मामले पर मुख्यमंत्री सुक्खू का सख्त रुख, कार्रवाई के आदेश

शिमला, 23 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आईजीएमसी में पिछले सोमवार को हुई घटना की जांच अगले 24 घण्टों में पूरी कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग, इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला और निदेशालय चिकित्सा शिक्षा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान दिए। बैठक में प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों और आईजीएमसी में सामने आए घटनाक्रम पर विस्तार से चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से घटना से जुड़े सभी तथ्यों की विस्तृत जानकारी ली और कहा कि किसी भी संस्थान में पेशेवर व्यवहार सौम्य और संयमित होना चाहिए, क्योंकि इससे न केवल व्यक्ति बल्कि पूरे संस्थान की छवि जुड़ी होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आईजीएमसी से शिक्षा प्राप्त कर चुके डॉक्टरों ने देश और विदेश में हिमाचल का नाम रोशन किया है, ऐसे में इस तरह की घटना निंदनीय है और किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निदेशालय चिकित्सा शिक्षा को निर्देश दिए कि सीनियर रेजिडेंसी के लिए मेडिकल कॉलेजों में आने वाले डॉक्टरों को इंडक्शन ट्रेनिंग दी जाए, ताकि उन्हें संस्थान की कार्यप्रणाली, आचरण और जिम्मेदारियों की स्पष्ट जानकारी मिल सके। मुख्यमंत्री ने सीनियर रेजिडेंसी की प्रक्रिया की भी समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

गौरतलब है कि सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक डॉक्टर अस्पताल के बेड पर लेटे मरीज के साथ मारपीट करता दिखा, जबकि मरीज बचाव में डॉक्टर को लात मारता नजर आया। इस वीडियो के सामने आने के बाद आईजीएमसी में मरीज के परिजनों और परिचितों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित डॉक्टर को ड्यूटी से हटा दिया और मरीज की ओर से डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इस पूरे मामले को लेकर अब राज्य सरकार ने जांच तेज कर दी है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा