जींद में घने कोहरे से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त,घराें में दुबके लाेग

जींद, 20 दिसंबर (हि.स.)। घनी धुंध व कोहरे तथा कडा़के की ठंड से जन जीवन प्रभावित हाे रहा है। शनिवार सुबह के दौरान हालात यहां तक रहे कि पांच मीटर दूर का भी दिखाई नहीं दे रहा था। यातायात के साधन एक-दूसरे के पीछे लाइट जला कर चलते दिखाई दिए। दोपहर दो बजे सूर्य देवता ने आसमान से दर्शन दिए तो धुंध व कोहरे का असर कम हुआ। ऐसे हालातों में लोगों को सुबह के समय जगह-जगह अलाव सेकते देखा गया। ठंड तथा कोहरे का असर जनजीवन पर साफ देखने को मिला। लोगों ने जल्दी से काम निपटाए और घरों में घुस गए।

शनिवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री तो न्यूनतम तापमान छह डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 89 प्रतिशत जबकि हवा की गति 5 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को धुंध व कोहरा छाने के साथ दिन में बादलवाई भी बनी रहेगी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस समय जो ठंड पड़ रही है वो गेहूं, सरसों तथा सब्जियों की फसल के लिए फायदेमंद मानी जा रही है लेकिन तापमान ओसतन से नीचे जाता है तो यह सरसों तथा सब्जियों के खतरा बन जाएगा। ठंड के चलते बेल वाली सब्जियां ठंड से झुलसने लगेंगी। वहीं अगर इस समय बारिश हो जाती है तो फसलों को और ज्यादा लाभ पहुंचेगा। पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने ठंड को देखते हुए उन्होंने किसानों को सलाह दी कि शाम को फसलों में हलकी सिंचाई करें।

कडाके की ठंड व शीतलहर को लेकर प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

कडाके की ठंड व शीत लहर के चलते शीत घात से बचाव को लेकर जिला प्रशासन ने सरकार के निर्देशानुसार विशेष एडवाइजरी जारी की है। डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने आम नागरिकों से शीतलहर व सर्दी से बचाव के लिए सावधानी बरतने की बात कही है। शीत घात से बचने के लिए पर्याप्त कपड़ों का स्टॉक करें। घर में ठंडी हवा के प्रवेश रोकने हेतु दरवाजों तथा खिड़कियों को ठीक से बंद रखें। फ्लू, नाक बहना, भरी नाक या नाक बंद जैसी विभिन्न बीमारियों की संभावना आमतौर पर ठंड में लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण होती हैं। इस तरह के लक्षणों से बचाव हेतु आवश्यक सावधानी बरतें तथा स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों या डॉक्टर से परामर्श करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा