कांग्रेस के मियां के लिए 48 सीटें आरक्षित करने की मांग पर भाजपा का पलटवार
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- Dec 25, 2025
गुवाहाटी, 25 दिसंबर (हि.स.)। असम में आरक्षण को लेकर एक बार फिर राजनीतिक विवाद गहरा गया है। कांग्रेस की ओर से मियां मुसलमानों के लिए 48 विधानसभा सीटें आरक्षित करने की मांग सामने आने के बाद असम प्रदेश भाजपा ने इसे राज्य की स्वदेशी अस्मिता के खिलाफ एक गंभीर साजिश करार देते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
असम भाजपा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मुस्लिम लीग का ऐतिहासिक एजेंडा असम को पाकिस्तान में मिलाने और राज्य की शासन व्यवस्था पर मुस्लिम वर्चस्व स्थापित करने का था, जिसका उस समय के राष्ट्रवादी कांग्रेस नेताओं, विशेषकर गोपीनाथ बरदलै ने डटकर विरोध किया था। भाजपा का आरोप है कि वह कांग्रेस अब अस्तित्व में नहीं रही और वर्तमान कांग्रेस उसी मुस्लिम लीग की विचारधारा की उत्तराधिकारी बन चुकी है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि आज की कांग्रेस पूर्वी पाकिस्तान और वर्तमान बांग्लादेश में सक्रिय धार्मिक कट्टरपंथी मानसिकता से संचालित हो रही है। ऐसे समय में जब बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथी ताकतें असम और पूर्वोत्तर को अपने नक्शे में शामिल करने की साजिश रच रही हैं, कांग्रेस उसी विचारधारा से प्रेरित होकर असम में कट्टरपंथी ताकतों का राजनीतिक प्रभुत्व स्थापित करने का प्रयास कर रही है।
भाजपा के अनुसार, कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता मोहसिन खान द्वारा 126 विधानसभा सीटों में से 48 सीटें विशेष रूप से मियां मुसलमानों के लिए आरक्षित करने की मांग ने राज्यवासियों को झकझोर दिया है। असम प्रदेश भाजपा ने इसे स्वदेशी समुदायों के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश बताया है।
असम भाजपा प्रवक्ता कमल कुमार मेधी ने कहा कि गौरव गोगोई के नेतृत्व में असम कांग्रेस ने असम को इस्लामी कट्टरपंथ का केंद्र बनाने की पुरानी साजिश को नए रूप में फिर से आगे बढ़ाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के एक करीबी नेता ने इस मांग का खुला समर्थन किया है और पार्टी ने इसे वैचारिक समर्थन भी दिया है।
भाजपा ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि अब तक न तो असम प्रदेश कांग्रेस और न ही एनएसयूआई के किसी राष्ट्रीय नेता ने मोहसिन खान के बयान की निंदा की है, जो उनके मौन समर्थन को दर्शाता है। बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि पूर्व में कांग्रेस नेता रकीबुल हुसैन सहित कई नेताओं ने मियां मुसलमानों के लिए विधानसभा आरक्षण की मांग की थी तथा ‘मियांलैंड’, मियां स्वायत्त परिषद और कलाक्षेत्र में मियां संग्रहालय जैसी मांगें भी उठती रही हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने चेतावनी देते हुए कहा कि मुगलों को सत्रह बार पराजित करने वाला असमिया समाज एकजुट रहेगा और राज्य को कमजोर करने वाली किसी भी साजिश के खिलाफ मजबूती से संघर्ष करता रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश



